विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर राजस्थान वानिकी एवं वन्य जीव प्रशिक्षण संस्थान की ओर से गुरुवार को आमेर के चक जैसल्या राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय और पंचायत समिति आमेर के आकेड़ा डूंगर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में जागरूकता कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण केंद्र के डीएफओ श्री नरेशचंद्र शर्मा ने बताया कि दोनो राजकीय विद्यालयों में आयोजित कार्यशालाओं में विद्यार्थियों के साथ-साथ स्टाफ और ग्रामीणों को वन एवं वन्य जीवों का महत्व बताते हुए उनके संरक्षण के लिए प्रेरित किया गया। विशेषकर विद्यार्थियों को इस बात के लिए जागरूक और प्रेरित किया गया कि वे प्रकृति के संरक्षण के लिए आगे आएं। उन्होंने बताया कि आयोजित कार्यशालाओं में रोचक और आकर्षक तरीके से मौजूद लोगों को वन एवं पर्यावरण के साथ-साथ वन्यजीवों की मानव जीवन में उपयोगिता बताई गई।
सेवानिवृत्त आईएफएस अधिकारी महेंद्र कुमार अग्रवाल ने इस बात पर जोर दिया कि अगर प्रकृति से छेड़छाड़ जारी रही और उसका समुचित तरीके से संरक्षण नहीं किया गया तो इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है। मानव जाति के समुचित विकास के लिए प्रकृति और पर्यावरण का संरक्षण बेहद आवश्यक है। इसका कोई विकल्प नहीं है, इसलिए हमें समय रहते संभलना होगा और प्रकृति तथा पर्यावरण के साथ छेड़छाड़ बंद करते हुए उसके संरक्षण के लिए प्रयास करने होंगे। स्थानीय ग्राम पंचायत सरपंच ने भी अपने संबोधन में पर्यावरण का महत्व समझाते हुए संकल्प लिया कि उनकी पंचायत क्षेत्र में वन्यजीवों के संरक्षण के लिए अभियान चलाया जाएगा और ग्राम पंचायत की ओर से वन विभाग को समुचित सहयोग प्रदान किया जाएगा।