विनय एक्सप्रेस न्यूज जयपुर। इंदिरा गांधी नहर परियोजना मंत्री उदयलाल आंजना ने गुरूवार को विधानसभा में कहा कि कंवरसेन लिफ्ट परियोजना में पम्पिंग स्टेशनों के रखरखाव के लिए इस वर्ष 6 करोड रुपये का प्रावधान किया गया है। उन्होंने आश्वस्त किया कि पम्प खराब होने की स्थिति में उन्हें निश्चित तौर पर बदला जाएगा और किसानों के लिए पानी की आपूर्ति बाधित नहीं होने दी जाएगी।
श्री आंजना प्रश्नकाल में विधायकों द्वारा इस संबंध में पूछे गये पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसान हितैषी है और किसानों को किसी भी प्रकार से पानी उपलब्ध होने में परेशानी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पम्पों के रखरखाव के लिए उचित व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा की गई है। फिलहाल पम्प ऎसी स्थिति में नहीं है कि उन्हें बदला जाए।
इससे पहले विधायक सुमित गोदारा के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में आंजना ने बताया कि कंवरसेन लिफ्ट नहर परियोजना पर चार स्थानों पर पंपिग स्टेशन है, जिनमें राजियासर पम्पिंग स्टेशन पर कुल 10 पम्पिंग युनिट, मलकीसर पंपिग स्टेशन पर कुल 8 पम्पिंग युनिट, खारा पंपिग स्टेशन पर 6 पंपिग युनिट तथा हुसनसर पम्पिंग स्टेशन पर 5 पम्पिंग युनिट है ।
उन्होंने बताया कि मोटर-पम्प यांत्रिक मशीनें हैं, जिनके पुराने होने व निरन्तर चलने के कारण इनमें खराबी आने पर उपलब्ध संसाधनों से आवश्यकतानुसार तकनीकी खराबी को दुरस्त किया जाता है। यांत्रिक उपकरणों की खराबी तथा विधुत आपूर्ति में होनें वाले व्यवधानों से पानी की पम्पिंग बाधित हो जाती है । वर्ष 2021-22 में कंवरसेन लिफ्ट नहर में मशीनरी और साज-सामान/औजार एवं संयत्र बजट मद में रुपये 656 लाख का प्रावधान रखा गया है, जिससे पम्प मोटरों की मरम्मत का कार्य करवाया जायेगा।
आंजना ने बताया कि इस्को मॉडल के आधार पर पम्पिंग स्टेशनों के रख रखाव व संचालन हेतु निविदा प्रपत्र तैयार किया गया है जिसमें विधुत खर्च में बचत कर संवेदक इन पम्पिंग स्टेशनों का संचालन एवं रखरखाव करेगा । निविदा प्रपत्र को अन्य राज्यों में इस प्रकार की प्रणाली से तुलना कर अंतिम रूप दिया जायेगा ।