जिला स्तरीय जनसुनवाई में दूरदराज से पहुंचे परिवादी, 5 घंटे चली मैराथन जनसुनवाई करीब 40 परिवादियों को हाथों हाथ मिली राहत

संभागीय आयुक्त मेहरा ने जिला स्तरीय जनसुनवाई का किया निरीक्षण, सुनी 137 परिवेदनाएं

विनय एक्सप्रेस समाचार नागौर,  राज्य सरकार द्वारा जनभावना के अनुरूप पारदर्शी एवं संवेदनशील वातावरण में आमजन की परिवेदनाओं की सुनवाई एवं त्वरित समाधान के लिए लागू की गई त्रि-स्तरीय जनसुनवाई व्यवस्था के तहत माह के तीसरे गुरुवार को कलक्ट्रेट परिसर स्थित भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र में जिला स्तरीय जनसुनवाई का आयोजन किया गया। जनसुनवाई में संभागीय आयुक्त भंवरलाल मेहरा ने आमजन के करीब 137 प्रकरण सुनकर संबंधित अधिकारियों को गुणवत्ता के साथ त्वरित निस्तारण करने के निर्देश दिए।

जिला स्तरीय जनसुनवाई में विभिन्न परिवादियों की परिवेदनाओं को सुनते हुए संभागीय आयुक्त मेहरा ने कहा कि आमजन की परिवेदनाओं के समयबद्ध और गुणवत्तापरक निस्तारण के लिए राज्य सरकार द्वारा त्रि-स्तरीय जनसुनवाई व्यवस्था लागू की गई है। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। इस दौरान उन्होंने कहा कि गरीबों के आंसू पोंछना एवं महिलाओं, बच्चों, निर्धन सहित आमजन को उनके अधिकार दिलवाना व सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से पात्र को लाभान्वित करना विभागीय अधिकारियों का कर्तव्य है, जिसे गंभीरता के साथ निभाया जाना चाहिए। इस अवसर पर संभागीय आयुक्त मेहरा ने ये भी कहा कि सभी अधिकारी सम्बन्धित परिवाद की पूर्ण सूचना के साथ जनसुनवाई में आना सुनिश्चित करें। वहीं परिवादों के निस्तारण के दौरान मानवीय पहलू, संवेदनशीलता एवं नियमों का पूर्ण ज्ञान भी रखें। उन्होंने कहा कि परिवादों के निस्तारण में टालमटोल का रवैया अथवा देरी होने पर सम्बंधित के खिलाफ कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

 

परिवादी को तुरंत विद्युत कनेक्शन दिलवाने के दिए निर्देश
संभागीय आयुक्त मेहरा ने जिला स्तरीय जनसुनवाई के दौरान एक प्रकरण में दो साल से विद्युत कनेक्शन के लिए भटक रहे परिवादी का प्रकरण सुन डिस्काॅम के अधीक्षण अभियंता को तुरंत कार्रवाई करते हुए कनेक्शन दिलवाने के निर्देश दिये। वहीं एक प्रकरण में परिवादी को मकान का पट्टा दिलवाने के लिए सम्बन्धित विकास अधिकारी को नियमानुसार कार्रवाई कर अतिशीघ्र पट्टा देने की बात कही। जिस पर परिवादी ने संभागीय आयुक्त का धन्यवाद ज्ञापित किया।

’तुरंत मिली राहत तो जताया आभार’
जनसुनवाई के दौरान मेड़ता उपखण्ड के इंदावड़ के किसान द्वारा फसल बीमा क्लेम का भुगतान करवाने के परिवाद पर संभागीय आयुक्त ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया। इस दौरान मौके पर इंदावड़ निवासी नेमीचंद सुथार को रबी फसल खराबे का क्लेम स्वीकृत किया गया। जिस पर नेमीचंद ने संभागीय आयुक्त व जिला प्रशासन का आभार प्रकट किया। वहीं एक दूसरे प्रकरण में नगरपरिषद अधिकारियों को शहर में परिवादी के भूखण्ड के आगे से सड़क निर्माण सामग्री हटाने के निर्देश प्रदान कर परिवादी को राहत प्रदान की गई। जिस पर परिवादी ने आभार जताया। जनसुनवाई के दौरान संभागीय आयुक्त ने करीब 40 प्रकरणों का मौके पर ही निस्तारण कर परिवादियों को राहत प्रदान की।


’अधिकारियों को दिए त्वरित निस्तारण के निर्देश’
संभागीय आयुक्त बी.एल. मेहरा ने जिले में अतिक्रमण हटवाने, पत्थरगढ़ी करवाने, रास्ता खुलवाने, सीमाज्ञान करवाने, बिजली, पानी कनेक्शन दिलवाने, बीमा भुगतान, मिथ्या प्रमाण पत्रों की जांच करवाने, बकाया भुगतान दिलवाने, स्वीकृत ऋण राशि का भुगतान करवाने, अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई, बेदखली के आदेशों की पालना करवाने, प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलवाने सहित विभिन्न प्रकरणों को सुनते हुए संबंधित अधिकारियों को त्वरित निस्तारण करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होनें कहा कि प्रकरणों पर तीव्र गति से कार्य होने से आमजन को वास्तविक समाधान मिलता है। जनसुनवाई के दौरान मेहरा को आमजन ने अपनी व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक हित की समस्याओं से अवगत कराया। संभागीय आयुक्त ने इन समस्याओं को धैर्यपूर्वक सुनकर संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ चर्चा कर निस्तारण के संबंध में निर्देश दिए।
वहीं जिला कलक्टर पीयुष समारिया ने कहा कि ग्राम पंचायत और उपखंड मुख्यालय पर जनसुनवाई में आई परिवेदनाएं नियत समय पर आवश्यक रूप से निस्तारित की जाएं। अनावश्यक रूप से प्रार्थी को भटकने से बचाएं और संवेदनशीलता रखते हुए शीघ्र समाधान करें। इस दौरान जिला कलक्टर ने अतिक्रमण हटाने व रास्ता खुलवाने के मामलों का प्राथमिकता से निस्तारण करते हुए परिवादी को तुरंत राहत प्रदान करने के निर्देश दिये।

’वीसी से जुड़े उपखंड स्तरीय अधिकारी’
जनसुनवाई के दौरान जिले के सभी ब्लॉक से अधिकारी वीसी के जरिए जुड़े। जिला कलक्टर पीयुष समारिया ने संबंधित परिवादों में उपखंड स्तर पर उपस्थित अधिकारियों से वस्तुस्थिति की रिपोर्ट लेकर जरूरी कार्रवाई करने को कहा।
इस दौरान डीओआईटी सभागार में अतिरिक्त जिला कलक्टर मोहनलाल खटनावलिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा, एसीईओ दलीप कुमार, उपखंड अधिकारी सुनील पंवार, एसई पीएचईडी हिमांशु गोविल, एसई डिस्काॅम एफआर मीणा, पीडब्ल्यूडी एसई पीआर खुडीवाल, सीडीईओ राजेन्द्र कुमार शर्मा, डीटीओ सुप्रिया, रोडवेज की मुख्य प्रबंधक उषा चैधरी, जिला रसद अधिकारी अंकित पचार, सीएमएचओ मेहराम महिया, एमई धीरज पंवार, तहसीलदार धन्नाराम गोदारा, कृषि अधिकारी शंकरराम सियाग सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।