विनय एक्सप्रेस समाचार,बीकानेर। पीबीएम अस्पताल की राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी की बैठक बुधवार को संभागीय आयुक्त बीएल मेहरा की अध्यक्षता में मेडिकल काॅलेज सभागार में आयोजित हुई। बैठक में जिला कलक्टर नमित मेहता भी मौजूद रहे। संभागीय आयुक्त ने पीबीएम अस्पताल में निविदा पर कार्यरत कार्मिकों की उपस्थिति के औचक निरीक्षण के लिए कमेटी गठित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्यालयाध्यक्ष भी इसकी नियमित समीक्षा करें। इस दौरान पीबीएम अस्पताल में पानी की समस्या के स्थाई समाधान के लिए अस्पताल परिसर में दो ट्यूबवेल बनाने की स्वीकृति दी गई। जिला कलक्टर ने कहा कि नहर बंदी के दौरान पीबीएम अस्पताल में जल उपलब्धता को लेकर कोई परेशानी नहीं हो, इसके मद्देनजर पीबीएम अधीक्षक और जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता आपसी समन्वय रखें। पीबीएम अस्पताल के आउटडोर और इनडोर में आने वाले रोगियों को पर्ची के लिए लाइन में नहीं लगना पड़े, इसके लिए पीबीएम और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के बीच एमओयू की संभावनाओं पर चर्चा की गई। पीबीएम अधीक्षक डाॅ. परमेन्द्र सिरोही ने कोविड आईसीयू, ट्रोमा सेंटर, एमसीएच में रेडियोमीटर एबीजी मशीन, शिशु चिकित्सालय में स्थापित एबीजी जांच मशीन तथा सेंटर लैब में रेडियोमीटर की जांचों के लिए रिजेंट एवं अन्य कन्ज्यूमेबल की आपूर्ति के लिए राशि की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति दी गई।
इसी प्रकार मानसिक रोग विभाग द्वारा की जाने वाली टीडीसीएस जांच की शुल्क दो सौ रुपये निर्धारित करने, जीव रसायन विभाग की विभिन्न जांचों की शुल्क वृद्धि तथा सर्जरी विभाग में सर्जरी प्रोसेसन के लिए सामान खरीद के लिए 23 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई। सोसायटी के मनोनीत सदस्य त्रिलोक नाथ कल्ला एवं नवरत्न सिंघवी ने सोसायटी के राजस्व वृद्धि से संबंधित विभिन्न सुझाव दिए। बैठक में प्रशिक्षु आइएएस कनिष्क कटारिया, मेडिकल काॅलेज प्राचार्य डाॅ. एसएस राठौड़, उप प्राचार्य डाॅ. एलए गौरी, डाॅ. रंजन माथुर, डाॅ. बीके गुप्ता, डाॅ. देवेन्द्र अग्रवाल, डाॅ. मोहम्मद सलीम, डाॅ. योगिता सोनी आदि मौजूद रहे।