21 तक चलेगा डायरिया और कुपोषण के प्रति विशेष जनजागरण अभियान : आशा सहयोगियां घर-घर पहुंचाएगी ओआरएस का पैकेट
विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। 5 वर्ष तक आयु के बच्चों को डायरिया और कुपोषण के प्रकोप से बचाने सशक्त दस्त नियंत्रण पखवाड़े का आगाज शुक्र्वार 7 अक्टूबर को होगा। जिला अस्पताल, समस्त सीएचसी, पीएचसी, यूपीएचसी व आंगनवाड़ी केन्द्र स्तर में स्थापित ओआरएस व जिंक कॉर्नर का जनप्रतिनिधियों व अधिकारीयों द्वारा शुभारम्भ किया जाएगा।
सीएमएचओ डॉ. मोहम्मद अबरार पंवार ने जानकारी दी कि आईडीसीएफ मूलतः जनजागरण पर केन्द्रित रहेगा क्योंकि दस्त एक सामान्य बीमारी है जो थोड़ी सी सावधानी से ठीक हो जाती है बस पता हो कि दस्त में बच्चे को क्या देना है और क्या नहीं। अभियान के दौरान 21 अक्टूबर तक आशा सहयोगिनियाँ प्रतिदिन 5 वर्ष आयु तक के बच्चे वाले घरों में जाकर ओआरएस का पैकेट बांटेगी व किसी के दस्त से ग्रसित पाए जाने पर जिंक टेबलेट की 14 दिन की खुराक देकर डायरिया, कुपोषण, स्तनपान व हाथों की स्वच्छता जैसे सामान्य दिखने वाले परन्तु गंभीर विषयों पर सूचना व शिक्षा का संचार करेगी। जिसके बदले आशा को प्रति पेैकेट 1 रूपया प्रोत्साहन राशि दी जायेगी।
अभियान के नोडल अधिकारी तथा डिप्टी सीएमएचओ परिवार कल्याण डॉ. योगेन्द्र तनेजा ने बताया कि अभियान में पौने 3 लाख से ज्यादा बच्चों तक ओआरएस पैकेट पहुँचाने का लक्ष्य है जिसके लिए माइक्रोप्लान बनाकर पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध करवा दिया गया है और समस्त प्रशिक्षण पूर्ण हो चुके हैं। सभी चिकित्साधिकारी व एलएचवी आशाओं के प्रतिदिन कार्यो की गहन माॅनिटरिंग व रिर्पोटिंग कर इस पखवाड़े को सफल बनाएंगे। ओडीके एप द्वारा गतिविधियों की ऑनलाइन मोनिटरिंग से प्रतिदिन गतिविधियों पर राज्य स्तर से नजर रखी जाएगी। आईईसी समन्वयक मालकोश आचार्य ने बताया कि पखवाड़े के लिए विशेष रूप से पोस्टर, बैनर व आशा फोल्डर की आईईसी किट के माध्यम से आशा समुदाय में दस्त के प्रबंधन व हाथ धुलाई का व्यापक सन्देश प्रसारित करेगी।