विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। साध्वीश्री मृगावती, सुरप्रिया व नित्योदया के सान्निध्य में शनिवार को रांगड़ी चौक के सुगनजी महाराज के उपासरे में शाश्वत नवपद ओली पर्व के तहत सम्यक् चारित्र पद तथा शनिग्रह दोष निवारण के लिए जैन धर्म के बीसवें तीर्थंकर मुनि सुव्रत स्वामी व अधिष्ठायक देव का महापूजन व मंत्रोंच्चारण से किया गया। पूजा स्थल पर विभिन्न तरह के अन्न से मंडप बनाया गया। रविवार सुबह नौ बजे उपासरे में दादा गुरुदेव की भक्ति संगीत के साथ पूजा होगी।
बीकानेर में पहली बार हुए महापूजन में मंत्रोच्चारण साध्वीवृंद व विधिकारक प्रवीण भाई जैन ने किया वहीं विचक्षण महिला मंडल, सुनील पारख, अरिहंत नाहटा, मनोज बैद व कुशल दुग्गड़ ने भक्ति गीत प्रस्तुत किए। पूजा में भीनासर के सुश्रावक मुकुन्द लाल परिवार के मोती लाल,राजकुमार, विजय कुमार, मनोज, सरोजदेवी बैद, महेन्द्र बैद, भावना,पूजा व आकांक्षा बैद, लूणकरनसर के अभिषेक, सुमति कुमार डागा में भागीदारी निभाई ।
साध्वीश्री मृगावती ने प्रवचन में कहा कि रविवार को शरद पूर्णिमा पर दादा गुरुदेव की पूजा में भागीदारी से अनिष्ठ दूर होंगे तथा मंगल होगा। उन्होंने कहा कि शरद पूर्णिमा का सनातन धर्म के साथ जैन समाज में भी विशेष महत्व है। शरद पूर्णिमा को शारीरिक, मानसिक, शैक्षणिक व आर्थिक उन्नति के लिए देवी सरस्वती का मंत्र ’’(ऊं ऐं नमः), ऊं ह्रीं सरस्वतै नमः’’, ऊं हीं नमो नागणस्य’, ऊं हीं नमो अरिहंताणं, ऊं ह्रीं अर्हं श्री चन्द्रप्रभ स्वामी नमःः सहित का जाप में फलदायक रहता है। रविवार को शाश्वत नवपद ओली व छतीसगढ़ रत्न शिरोमणि, महतरा पद से अलंकृत साध्वी मनोहरश्रीजी म.सा. की 17 वीं पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रमों का समापन होगा।