नवपद ओली तपस्वी दम्पति अमित जया गोलछा भक्तामर पाठ : भक्ति गीत से अनुमोदना

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। साध्वीश्री मृगावती, सुरप्रिया व नित्योदया ने सोमवार को नाहटा चौक क्षेत्र में शाश्वत नवपद ओली की साधना-आराधना व भक्ति करने वाले तपस्वी दम्पति अमित-जया गोलछा की तपस्या की अनुमोदना की । भक्तामर पाठ, प्रवचन व भक्ति गीतों के साथ साध्वीवृंद ने तपस्वी दम्पति को आशीर्वाद दिया।


साध्वीश्री सुरप्रिया के सांसारिक ननिहाल में साधुमार्गी जैन संघ के आचार्यश्री रामलालजी महाराज की सुशिष्या साध्वीश्री विजेता के सांसारिक निवास स्थल पर हुए कार्यक्रम में साध्वीश्री मृगावती ने कहा कि नौ दिनों अरिहंत, सिद्ध, साधु, आचार्य, उपाध्याय, ज्ञान, दर्शन, चारित्र व तप की साधना व भक्ति करना, आहार के रूप मेंं केवल उबले हुए बिना, घी, तेल, नमक, मीर्च के चावल, मूंग, चना, गेहूं उडद की दाल का आहार ग्रहण करने का सम्बल पुण्योदय से मिलता है। दम्पति ने पूर्व में अट््ठाई व पिछले साढ़े चार वर्ष में 81 आयम्बिल व नवपद ओली की तपस्याएं कर जिन शासन की शोभा में श्रीवृद्धि की है। साध्वीश्री सुरप्रिया ने अपने 36 साल पूर्व के अतीत का स्मरण करते हुए कहा कि बाबूलाल गोलछा निवास धर्म, ध्यान तथा जिन शासन में हमेशा समर्पित रहा है। पूर्वजों की ओर से रखी गई देव, गुरु व धर्म की साधना, आराधना व भक्ति का प्रभाव आने वाली पीढ़ी में दिखाई देना सुखद आध्यात्मिक अनुभूति है। साध्वीश्री नित्योदया ने भक्ति गीत प्रस्तुत किया। साध्वीवृंद का गंवली सजाकर वंदन अभिनंदन किया गया।