बाल विवाह से मुक्त हो जैसलमेर- अमीन खां

विनय एक्सप्रेस समाचार, जैसलमेर। सहायक निदेषक जिला बाल संरक्षण इकाई एवं बाल अधिकारिता विभाग एवं एक्शनएड यूनीसैफ के संयुक्त तत्वाधान में बाल दिवस सप्ताह के तृतीय दिवस पर बाल विवाह, भिक्षावृति व नशामुक्ति पर राजकीय सम्प्रेक्षण एवं किशोर गृह जिला कारागृह के पास रामगढ़ रोड़ जैसलमेर के परिसर में कार्यशाला का आयोजन किया गया।

इस दौरान बाल कल्याण समिति अध्यक्ष अमीन खां व बाल कल्याण समिति सदस्य मुकेश कुमार व्यास, श्रीमती ऋचा आचार्य एवं किशोर न्याय बोर्ड सदस्या पूना चौहान जिला बाल संरक्षण इकाई एवं बाल अधिकारिता विभाग सहायक निदेशक हेमाराम जरमल, अधीक्षक राजकीय सम्प्रेक्षण एवं किशोर गृह भवानीसिंह चारण़, चन्द्रवीर सिंह, संरक्षण अधिकारी, महिला एवं बाल विकास, मगसिंह राठौड़, जिला समन्वयक एक्शनएड यूनीसेफ, दिलीपसिंह जिला समन्वयक ओजास एनजीओ, राम गोपाल बेनीवाल, सन्वयक चाईल्ड लाईन (1098), किशनाराम, समग्र विकास सेवा समिति, हर्षाली, पीरामल फाउडेशन आदि की उपस्थिति में बाल अधिकार सप्ताह दिवस के तृतीय दिवस बाल विवाह मुक्त दिवस के रूप में मनाया गया।

एक्शनएड यूनीसेफ जिला समन्वयक मगसिंह द्वारा कार्यक्रम की शुरूआत की गई बाल कल्याण समिति अध्यक्ष अमीन खां द्वारा पण्डित जवाहरलाल नेहरू के जीवन परिचय एवं बच्चों के हित एवं अधिकार के सम्बन्ध में बच्चों को अवगत करवाया गया। उन्होंने बाल विवाह, बालश्रम, बाल भिक्षावृति, भ्रुण हत्या, पोक्सो, लैंगिक हिंसा के रोकथाम हेतु षिक्षा से वंचित बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ने के बारे में बताया। इसी के साथ बाल विवाह रोकथाम हेतु प्रचार-प्रसार के लिए विभिन्न ग्राम सभाओं में बैठकों का आयोजन कर इसको पूर्ण रूप जैसलमेर से मुक्त करने सम्बन्धित अभियान चलाए जाने के सम्बन्ध में जानकारी दी।

अमीन खान द्वारा बताया गया कि विषेष बाल सभा मंे पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समिति के गठन/निर्धारित कार्यों के क्रियान्वयन की समीक्षा करने के साथ पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समिति द्वारा बाल सहभागिता कार्यक्रम के तहत् निर्धारित कार्यों के सम्बन्ध मंे बच्चों के साथ सतत् कार्य करते हुये ग्राम पंचायत क्षेत्र में बाल मैत्री वातावरण निर्माण करने तथा विषेष बाल सभा के दौरान अधिक से अधिक बच्चों को आमंत्रित कर उनसे जुडे़े विषयों पर उनकी सभागिता के साथ बातचीत कर आवष्यक निर्णय लिया जाये।

श्रीमती पूना चौहान सदस्य, किशोर न्याय बोर्ड द्वारा बच्चों के विकास को महत्वपूर्ण बताते हुए बाल विवाह से होने वाले दूष्परिणामों के बारे में अवगत करवाया। साथ ही संरक्षण अधिकारी श्री चन्द्रवीरसिंह महिला एवं बाल विकास द्वारा महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को रोकने के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा की गई। श्री राम गोपाल बेनीवाल द्वारा नशामुक्ति व भिक्षावृति से बच्चों पर पड़ने वाले दूष्परिणामों के बारे में बताया। अन्त में बाल विवाह मुक्त जैसलमेर के पोस्टर का विमोचन किया गया।