विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। राजस्थान ग्रामीण आजीविका परिषद (राजीविका) की वर्चुअल समीक्षा बैठक का आयोजन जिला कलेक्टर पीयूष समारिया की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित वीसी रूम में किया गया।
बैठक में वर्तमान में कार्य कर रहे स्वयं सहायता समूह ( एसएचजी) एवं उनकी स्थिति,नये स्वयं सहायता समूहों के गठन करने, उनके बैंक खाते खुलवाने तथा असक्रिय स्वयं सहायता समूहों का भौतिक सत्यापन करने एवं उनको पुनः सक्रिय करने तथा स्वयं सहायता समूहों के वित्तीय समावेशन को बढ़ाने से संबंधित बिंदुओं पर चर्चा की गई।
समीक्षा बैठक में जिला कलेक्टर पीयूष समारिया ने सभी विकास अधिकारियों को स्वयं सहायता समूह से संबंधित जिले के लक्ष्यों को समय पर पूरा करने के साथ ही इनकी प्रभावी तरीके से मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए।
इस दौरान उन्होंने अन्य विभागों एवं गैर सरकारी संगठनों के स्वयं सहायता समूह के आंकड़े शीघ्र अपडेट करने के भी निर्देश दिए।
इससे पूर्व आईसीडीएस डीडी सुभाष विश्नोई ने जिले से संबंधित राजीविका के प्रगति विवरण को प्रस्तुत किया।
इस दौरान जिला कलेक्टर ने महिलाओं के स्वयं सहायता समूह के द्वारा शुरू की गई कैंटीन को जिले के सभी ब्लॉक में शुरू करने की बात कही। साथ ही जिला कलेक्टर पीयूष समारिया ने कलेक्ट्रेट परिसर में राजीविका के स्वयं सहायता समूह द्वारा संचालित की जाने वाली कैंटीन का फीता काट कर शुभारंभ भी किया और सभी अधिकारियों के साथ वहाँ बैठ कर चाय का लुत्फ उठाया ।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर मोहनलाल खटनावलिया जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रणजीत गोदारा, अतिरिक्त कार्यकारी अधिकारी दिलीप कुमार, राजीविका के जिला कोऑर्डिनेटर सहित संबंधित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।