विनय एक्सप्रेस समाचार, भरतपुर। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की अजमेर स्थित 6वीं बटालियन के कमांडेंट वीवी एन प्रसंना कुमार के निर्देशानुसार राजकीय मेडिकल कॉलेज भरतपुर मे अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर सुभाष गोयल एवं राजस्थान प्रभारी सहायक कमाण्डेंट योगेश कुमार मीना के संयुक्त तत्वावधान में एनडीआरएफ 6वीं बटालियन, आरआरसी, अजमेर एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस एवं अग्निशमन दल द्वारा बुधवार को भूकम्प आपदा विषय पर मॉक अभ्यास किया गया।
इस मॉक अभ्यास के दौरान इन आपदा बचाव टीमों ने अपने कौशल एवं क्षमताओं का प्रदर्शन कर मौके पर भूकम्प दुर्घटना से बचाव, मानवीय क्षति को रोकने एवं घायलों को तत्काल प्राथमिक उपचार एवं चिकित्सा संस्थान तक पहुंचाने के साथ ही सम्भावित आग बुझाने से सम्बंधित उपकरणों के साथ ही दुर्घटनाग्रस्त भवन में फंसे नागरिकों को कटिंग एवं भिन्न-भिन्न प्रकार के इकूपमेंट् से बिल्डिंग को काटकर सुरक्षित बाहर निकालने का सजीव एवं बेहतरीन प्रर्दशन किया गया। इस दौरान बहुमंजिला इमारत के आवागमन के रास्ते बंद होने की स्थिति में रोप वे रेस्क्यू करने से पूर्व स्वयंसेवक को उतारकर रोप वे की जांच की गयी इसके पश्चात बेहोश, गम्भीर एवं अति गम्भीर घायलों को बाहर निकालने का भी प्रदर्शन किया गया तथा भवन पर लगे राष्ट्रीय ध्वज को भी सुरक्षित एवं ससम्मान नीचे लाने का प्रदर्शन किया गया। इस दौरान सिविल डिफेन्स एवं एसडीआरएफ द्वारा दुर्घटना स्थल पर तत्काल मौके पर पहुंचकर घायलों को मेडिकल शिविर पर पहुंचाकर प्राथमिक उपचार दिलाने एवं एनडीआरएफ द्वारा भवन की मौके की स्थिति का जायजा लेकर उद्घोषणा की गयी कि अन्दर फंसे लोग जो आवाज सुन रहे हों, वे मदद की गुहार लगाकर अथवा ठोस वस्तु को पांच बार बजाकर सूचना दें जिससे उन्हें तत्काल राहत पहुंचायी जा सके। उन्होंने मौके पर लकडी के बॉक्स, टिन शेड एवं कमरे में फंसे लोगों को उपकरणों की मदद से काटकर बाहर निकालकर चिकित्सा संस्थान तक पहुंचाने का प्रदर्शन किया तथा अग्निशमन दल द्वारा मौके पर अग्निशमन वाहन में लगे उपकरणों के माध्यम से बहुमंजिला भवन में आग बुझाने का मॉक ड्रिल किया गया।
इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य सुभाष बंसल, उपखण्ड अधिकारी भरतपुर देवेन्द्र परमार, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. लक्ष्मण सिंह, फायर ऑफिसर अरुण कुमार निर्वाण, एसडीआरएफ के निरीक्षक हरीसिंह, होमगार्ड के वासुदेव सिंह सहित विभिन्न आपदा प्रबंधन विभागों के स्वयंसेवक, अधिकारी एवं मीडियाकर्मी मौजूद रहे।