मनरेगा में 100 दिन का रोजगार पूर्ण करने वालों को मिले 25 दिन का अतिरिक्त काम- जिला कलक्टर

ग्रामीण विकास योजनाओं को लागू करवाने में कोलायत आगे, नोखा, पांचू का प्रदर्शन रहा खराब

ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि पंचायती राज विभाग की योजनाओं से ग्रामीण क्षेत्रों के आमजन प्रत्यक्ष तौर लाभान्वित होते हैं, इन योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से ढांचागत विकास में भी मदद मिलती है । इन सबके मद्देनजर विभागीय योजनाओं की बारीकी से मानिटरिंग करना सुनिश्चित किया जाए।
जिला कलक्टर ने सोमवार को पंचायत राज विभाग की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी नरेगा योजना में व्यक्तिगत लाभ के काम प्राथमिकता से करवाएं जाएं। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी नरेगा योजना में पात्र को 100 दिन का रोजगार दिया जाना सुनिश्चित करें। इसके बाद मुख्यमंत्री बजट घोषणा के तहत 25 दिन का अतिरिक्त रोजगार उपलब्ध करवाएं, जिससे अधिक से अधिक लोगों को इस योजना में लाभान्वित किया जा सके।व्यक्तिगत लाभ के समस्त कार्यों के मस्टररोल जारी करवाएं।


कोलायत लगातार अव्वल, नोखा, पांचू रहे पीछे ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग की विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों में कोलायत ब्लाक ने लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए अपना प्रथम स्थान बरकरार रखा । रैंकिंग में पूगल ब्लाक दूसरे व खाजूवाला ब्लाक ने तीसरा स्थान पर रहा। वहीं, पांचू ब्लाक की परफॉर्मेंस सबसे खराब रही। नोखा ब्लाक की प्रगति पर भी जिला कलक्टर ने असंतोष जताया। जिला कलक्टर ने कहा कि एक पंचायत समिति के खराब प्रदर्शन से जिले की रैंकिंग खराब नहीं हो यह ध्यान रखते हुए कार्य करें ।


जिला कलक्टर ने श्रीकोलायत पंचायत समिति को चल ट्रॉफी प्रदान की।
जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के. ने ग्रामीण विकास की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की जानकारी दी । बैठक में महात्मा गांधी नरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण, राजीव गांधी जल संचय योजना, स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण, श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन योजना, महात्मा गांधी ग्रामीण जन भागीदारी विकास योजना, सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना, एफएफएसी-एसएफसी, सांसद एवं विधायक निधि सहित विभिन्न कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई।


इससे पूर्व जिला कलक्टर ने अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करने के भी निर्देश दिए। बैठक में जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता राजेश पुरोहित, विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता राजेन्द्र सिंह मीणा सहित विकास अधिकारी अन्य अधिकारी मौजूद रहे।