नेशनल हाईवे 62 पर मवेशियों की टोल रोङ दुर्घटना में म्रत्यु होने पर टोल कर्मीयों की जवाबदेही तय हो

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। भारत सरकार के भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के जीव जन्तु मानद अधिकारी श्रेयांस बैद ने बताया कि हाल ही हमारे देखने मे आया है कि टोल रोड होने व टोल लेने के  बावजूद टोल रोड पर सुरक्षा के नाम पर गैर जिम्मेदाराना रुख अपनाया जा रहा है । वाकया आंखों देखा बीकानेर के नेशनल हाईवे 62 का है । एक मवेशी की अकाल मृत्यु ट्रक के टक्कर से हो गयी हमने  थाने में सम्पर्क किया तो जवाब मिला ये काम नगर निगम का है वँहा सम्पर्क करने पर जानकारी होती है टोल रोड वाले देख लेंगे जबकि सर्दी का मौसम धुंध में  साफ दिखाई भी नही देता  ऐसे में अनायास ही किसी साधन का म्रत्पशु से रोड पर गाड़ी का टकराना सम्भव है ।  रोड किनारे गाड़ी चालको द्वारा केले के पत्तो को गिराना आम बात है वँहा भी मवेशियों के झुंड इक्कट्ठे होते है वही पर गाड़ियों से टकराकर अनेक पशु काल कलवित हो जाते है ।जबकि जिम्मेदारी रोड वालो की बनती है कि रोड सुरक्षित रहे इसलिए इनकी जवाबदेही तय होनी चाहिए जिससे आम नागरिक सुरक्षित रह सके व मूक जीवो की भी अकाल मृत्यु  न हो । वंही सुरक्षा की दृष्टि से  टोल रोड पर टोल लेने के बाद कंज्यूमर की सुरक्षा की जवाबदारी भी टोल वालों की होती है कि कहि कोई रोड पर खामी है तो उसे दूर करें पर एक बार रोड बनने के बाद से रोड न तो मानकों के अनुरूप है वंही टोल लेने व आम जन से गहमागहमी के अलावा टोल कर्मियों का कोई कार्य नही के बराबर रह जाता है । जिससे आये दिन पशुओं व आम जन की दुर्घटना की खबरे आती रहती हैं । रोड पर नियमित हो रहे हादसों से रोड के मानकों की धज्जियां उड़ाई जा रही है । इसके रोकथाम के कड़े कदम उठाकर इस प्रकार के प्रकरणों को मद्देनजर रखते हुए आवश्यक कार्यवाही के लिये अध्यक्ष भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर जानकारी दी है ।