विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। अजित फाउण्डेशन द्वारा आयोजित जिला स्तरीय स्कूली शतरंज प्रतियोगिता के समापन समारोह के अवसर पर अध्यक्ष्यता करते हुए शिशु रोग विशेषज्ञ, सरदार मेडिकल कॉलेज, बीकानेर डॉ. प्रवीण प्रजापत ने कहा कि प्रत्येक बच्चे को अपने जीवन में किसी न किसी खेल से जुड़ना चाहिए, क्योंकि खेल ही ऐसा माध्यम है जिससे हम मानसिक एवं शारीरिक स्वस्थ रह सकते है। शतरंज हमें धैर्य एवं दूरदृष्टि प्रदान करता है।
इसी क्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में फिजियोथैरेपिस्ट डॉ. भारती पुरोहित ने कहा कि शतरंज द्वारा हम मानसिक व्यायाम करते है। इससे बुद्धि प्रखर होती है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. नंदकिशोर पुरोहित ने कहा कि अजित फाउण्डेषन द्वारा प्रति वर्ष आयोजित होने वाली शतरंज प्रतियोगिता के माध्यम से बीकानेर जिले में शतरंज के प्रति बच्चों में अभिरूचि विकसित हुई है। राज्य सरकार द्वारा विद्यालय स्तर पर शतरंज का खेल जोड़े जाने से इस क्षेत्र में नई प्रतिभाओं को आगे आने का अवसर प्राप्त होगा।
इस अवसर पर बोलते हुए सामाजिक कार्यकर्ता शिवरतन स्वामी ने कहा कि शतरंज केवल एक खेल ही नहीं अपितु जीवन में आगे बढ़ने की दिषा में एक कदम है। शतरंज द्वारा हम जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता प्राप्त करना सीख सकते है।
कार्यक्रम के मुख्य संयोजक सुप्रसिद्ध शतरंज खिलाड़ी श्री शंकर लाल हर्ष ने बताया कि बीकानेर में वर्तमान में तेजी से शतरंज बच्चों में लोकप्रिय खेल बनता जा रहा है। माता-पिता एवं विद्यालयों को इस दिषा में प्रयास कर बच्चों को यह खेल खेलने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
राजस्थान शतरंज संघ के उपाध्यक्ष्य श्री अनिल बोड़ा ने कहा कि शतरंज को राज्य सरकार द्वारा विद्यालय स्तर पर शुरू करने से विद्यालय स्तर पर ही बच्चों में इसको लोकप्रियता मिली है।
अजित फाउण्डेशन के कार्यक्रम समन्वयक संजय श्रीमाली ने बताया कि दो दिवसीय आयोजित शतरंज प्रतियोगिता में बालक वर्ग में परफेक्ट चेस एकेडमी के दक्ष सक्सेना, वासुदेव तथा मधूर ने प्रथम स्थान प्राप्त किया वहीं दूसरे स्थान पर नालन्दा स्कूल के आयुष्मान, हिमांशु ओझा एवं प्रियांशु जोशी रहे।
बालिका वर्ग में बीकानेर चेस एकेडमी की अन्नया, तोशिका जोशी एवं याशिका चौधरी विजेता टीम रही एवं राजकीय हर्षो का चौक टीम की राधिका पुरोहित, आनन्दी छंगाणी एवं डिम्पल ओझा उपविजेता रही।
सीनियर वर्ग में एम. एम. स्कूल के आशिष स्वामी, शिवम पुरोहित एवं नीतीन जोशी विजेता रहे तथा महात्मा गांधी स्कूल के अरूण, प्रियांषु एवं कुशाल गुप्ता उपविजेता रहे। शतरंज प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले सभी 160 प्रतिभागियों को पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
एडवोकेट राजेश राजपुरोहित ने सभी का आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रतियोगिता में आरबिटर की मुख्य भूमिका श्री रामकुमार रही एवं सहायक निर्णायक में कपिल पंवार एवं श्रीमती उषा ओझा रही।