विनय एक्सप्रेस समाचार, भरतपुर। राज्य सरकार द्वारा ड्रोन के माध्यम से कृषि उर्वरकों के उपयोग से कृषकों के फसल उत्पादन की प्रति हैक्टेयर लागत कम होने के साथ ही उत्पादन में वृद्धि होगी इसके लिए जिले में एनएच-21 स्थित ग्राम बांसी में चयनित क्षेत्र में 18 जनवरी को ड्रोन द्वारा फसलों पर नैनो यूरिया के छिडकाव का सजीव प्रदर्शन किया जायेगा।
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक सीएल यादव ने बताया कि कृषि विभाग एवं इफको के संयुक्त तत्वाधान में राज्य के सभी जिलों में ड्रोन का कृषि में उपयोग के लिए सजीव प्रदर्शन आयोजित किया जा रहा है। कृषि कार्यो में फसल को खाद, कीटनाशी एवं सूक्ष्म पोषक तत्वों के छिड़काव में कठिनाईयां आती है। इस क्रम में ड्रोन के द्वारा अगर कृषक बगीचों व फसलों में खाद, कीटनाशी व सूक्ष्म पोषक तत्वों का छिड़काव करता है तो कृषक को कम लागत पर इन सभी का अधिक लाभ प्राप्त होता है। खडी फसलों में भी ड्रोन के द्वारा कीटनाशी व अन्य उत्पादों का छिड़काव किया जा सकता है। ड्रोन से छिड़काव करने पर खाद व कीटनाशी की बहुत ही कम मात्रा में आवश्यकता होती है एवं समय की बचत भी होती है। सर्दी के मौसम में पाले से बचाव हेतु थायो यूरिया, ग्लूकोज, गंधक तत्व का छिड़काव भी किया जा सकता है। आमतौर पर खडी फसल में इनका छिडकाव कृषकों के लिए एक समस्या रहती है। जिससे कृषकों की आय में वृद्धि होगी।