राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय विद्यार्थिओं के कौशल विकास, पाठ्यक्रम डिजाइन, शैक्षिक शोध-अनुसंधान, शिक्षक प्रशिक्षण सहित सम्बद्ध महाविद्यालयों के विद्यार्थियों के समग्र विकास हेतु आईबीएम के साथ मिलकर करेगा काम
विनय एक्सप्रेस समाचार, कोटा। राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा इंजीनियरिंग के विद्यार्थिओं के समग्र उन्नयन की दिशा में आगे बढ़ते हुए विख्यात बहुराष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी आईबीएम के साथ कुलपति प्रो एसके सिंह के निर्देशन में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) साइन किया हैं। इस अवसर पर कुलसचिव श्री वीरेंद्र कुमार वर्मा, डीन प्रो.राजीव गुप्ता, डीन प्रो एके द्विवेदी एवं एवं आईबीएम के हेड एकेडमिक पब्लिक रिलेशन गगन अग्रवाल और मुख्य कार्यकारी अधिकारी कमल वाही की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर एवं एमओयू का आदान-प्रदान कर तकनीकी शिक्षा के विद्यार्थियों के लिए कार्ययोजना के तहत आपस में मिलकर कार्य करने पर सहमति जताई गयी। सहायक जनसम्पर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि आईबीएम द्वारा संचालित ऑनलाइन कोर्सेस, मूक कोर्सेस, आईटी क्षेत्र से संबंधित पाठ्यक्रम और पाठ्यचर्या डिजाइन और विकसित करना, इंजीनियरिंग एमसीए और अन्य विभिन्न शैक्षणिक पाठ्यक्रमों का संचालन, आईबीएम की अनुसूची और अवधि पाठ्यक्रमों के बीच परस्पर सहमति, आईबीएम एमओओसी के लॉन्च की घोषणा, मेजर और माइनर पाठ्यक्रम, प्रोजेक्ट आधारित लर्निंग, कौशल विकास के नवीन अवसर, आईटी एवं शिक्षक प्रशिक्षण का आयोजन एवं राजस्थान तकनीकी विश्विद्यालय से सम्बद्ध इंजीनियरिंग कॉलेज में इनका सफल क्रियान्वयन से जुड़े विभिन्न विषयों पर आईबीएम के साथ सहमती बनी हैं। इस समझौता ज्ञापन की मदद से यूनिवर्सिटी, सम्बद्ध इंजीनियरिंग कॉलेजो के विद्यार्थी विभिन्न संकाय सदस्य, शिक्षक, तकनीकी शिक्षा जगत के हितधारक लाभान्वित होंगे साथ ही यह एमओयू विद्यार्थियों को तकनीकी शिक्षा के मंच पर शैक्षिक उन्नयन और प्रतिभा प्रदर्शन के समुचित अवसर प्रदान करेगा। इस अवसर पर दोनों पक्षों के मध्य उच्च एवं तकनीकी शिक्षा के व्यापीकरण को लेकर विस्तृत चर्चा भी हुई।
इस अवसर पर कुलपति, प्रो. एसके सिंह ने कहा कि आईबीएम के साथ हम मिलकर ऐसे विकसित पाठ्यक्रम और कार्यक्रम तैयार करने की दिशा में काम करेंगे जो वर्तमान और भविष्य के परिवेश में समकालीन और प्रासंगिक हों। आईबीएम विद्यार्थियों के कौशल को विकसित करने का एक अवसर प्रदान करेगा साथ ही यह प्रतिभाशाली विद्यार्थियों कि उत्कृष्टता की पहचान कर उन्हें है मार्गदर्शन भी प्रदान करेगा। इस एमओयू से आईटी के बुनियादी ढांचे के विकास के साथ सम्बद्ध इंजीनियरिंग कॉलेज और विद्यार्थिओं के आईटी कौशल को बढ़ावा मिलेगा, विद्यार्थी नवीन प्रौद्योगिकी से मुखातिब होंगे साथ ही रोजगार क्षमता में वृद्धि होगी। आरटीयू और आईबीएम आपस में सहयोग के साथ प्रौद्योगिकी शिक्षा को मजबूत करने में दिशा में कार्य करेंगे। इस एमोयू से छात्र समुदाय को अपने कौशल और ज्ञान को बढ़ाने में बड़ा लाभ होगा। दोनों पक्ष अपनी विशेषज्ञता के क्षेत्रों में संयुक्त अनुसंधान गतिविधियों को करने पर सहमत हुए। आइबीएम आरटीयू के छात्रों को उभरती प्रौद्योगिकियों पर प्रशिक्षित करेगा ताकि उनका समग्र कौशल विकास किया जा सके। यह एमओयू विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा में परिवर्तनकारी वैश्विक संभावनाएं प्रदान करेगा और वैश्विक रोजगार में अनुपम अवसर सृजित करेगा।