विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। विद्यालय में केवल शिक्षा ही नहीं दी जाती अपितु वह मानवीय मूल्यों का संवाहक होता है। विद्यालय अनुशासन, नैतिकता, आज्ञाकारिता आदि का पर्याय है। ये विचार शनिवार को कस्बे के श्री गांधी बाल मंदिर माध्यमिक विद्यालय में
शिक्षाविद् एवं साहित्यकार छगनलाल सेवदा ने रखे। वे मालचंद भंवरलाल भामा सेवा निधि, श्री डूंगरगढ़ के सौजन्य से राजस्थान शैक्षिक क्रांति विचार मंच, श्री डूंगरगढ़ की ओर से आयोजित रामगोपाल भामा स्मृति प्रतिभा सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित रहे थे। सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर पूजन-अर्चन से शुरू समारोह में सेवा निधि के अध्यक्ष एवं मंच के संयोजक डॉ राधाकिशन सोनी ने कार्यक्रम का परिचय दिया। तत्पश्चात शाला के 37 विद्यार्थियों, जिनका शिक्षा, समाज सेवा, सांस्कृतिक क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा, को रुकमा देवी धर्मपत्नी कानीराम भामा प्रतिभा सम्मान प्रदान किया गया। श्रेष्ठ अध्यापन एवं कर्तव्य के प्रति समर्पण भाव के लिए शाला के शिक्षक सुमन लता, प्रियंका उपाध्याय, गंगाराम चौधरी, अंकिता सोनी, डिम्पल सोनी, कुसुम सैनी, मोनिका सैनी, मीनू प्रजापत को इमी देवी धर्मपत्नी मालचंद भामा स्मृति सम्मान से सम्मानित किया गया। अध्ययन, अनुशासन एवं परीक्षा-परिणामों में श्रेष्ठता तथा विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु प्रतिबद्धता के लिए गांधी बाल मंदिर को अणची देवी धर्मपत्नी भंवरलाल भामा स्मृति आदर्श विद्यालय सम्मान से समादृत किया गया। विद्यालय की ओर से महावीर प्रसाद उपाध्याय एवं प्रधानाध्यापक शंकरलाल ने यह सम्मान ग्रहण किया। समारोह में मुरलीधर शर्मा, राजेश कुमार धरेन्द्र, रामेश्वरलाल प्रजापत, बजरंगलाल सोनी डाँवर का पावन सान्निध्य मिला। मुरलीधर शर्मा ने शिक्षा एवं संस्कृति के क्षेत्र में सेवा निधि एवं मंच द्वारा किए जा रहे कार्यों को अनुकरणीय एवं प्रेरणादायी बताया। महावीर प्रसाद उपाध्याय ने सांस्कृतिक मूल्यों की पालना के लिए विद्यालय का संकल्प दोहराया। समारोह की अध्यक्षता सुश्री चंचल सोनी ने की। सभी मंचस्थ अतिथियों का सान्निध्य प्रतीक प्रदान कर सम्मान किया गया। समारोह में महेंद्र जांगिड़, ओमप्रकाश सोनी, राहुल सोनी, भवानी भामा सहित बड़ी संख्या में अभिभावक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।