विनय एक्सप्रेस समाचार, श्रीगंगानगर। राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम (एनक्यूएएस) के तहत सर्टिफाई होने वाले संस्थानों के नतीजे भारत सरकार ने जारी किए हैं, जिसमें श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय पर स्थित पुरानी आबादी वार्ड नंबर 4-5 के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को राष्ट्रीय गुणवत्ता प्रमाणपत्र मिला है। यूपीएचसी प्रभारी डॉ. कपिल सेतिया और उनकी पूरी टीम की बदौलत यह प्रमाण पत्र हासिल हो सका है और इसके साथ ही यह जिले की पहली नेशनल सर्टिफाइड यूपीएचसी बन गई है। सीएमएचओ डॉ. मनमोहन गुप्ता ने डॉ. सेतिया सहित टीम को बधाई दी है।
एसीएमएचओ डॉ. मुकेश मेहता ने बताया कि पुरानी आबादी स्थित यूपीएचसी वार्ड नंबर चार-पांच ने 86 प्रतिशत स्कोर प्राप्त कर राष्ट्रीय प्रमाण पत्र हासिल किया है। इस केंद्र का मई में राष्ट्रीय टीम ने निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और उसी रिपोर्ट के आधार पर यह सर्टिफाइड हुआ है। प्रमाणीकरण के बाद अब भारत सरकार की ओर से इस केंद्र को प्रति वर्ष तीन लाख रुपए तीन साल तक प्राप्त होंगे। इस राशि में से 75 फीसदी यूपीएचसी के विकास व सुधार में उपयोग होंगे, जबकि 25 फीसदी राशि चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ को प्रोत्साहन स्वरूप दिए जाएंगे। निरीक्षण करने वाली केंद्रीय टीम में डॉ. सुशील देव व डॉ. अमित कुमार शामिल रहे। टीम ने प्रभारी डॉ. सेतिया की कार्यशैली व व्यवहार की भी सराहना की। सीओआईईसी विनोद बिश्रोई ने बताया कि केंद्रीय टीम ने निरीक्षण के दौरान यहां आपातकालीन सेवाएं, ड्रेसिंग रूम, सामान्य सेवाएं, मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, नवजात शिशु की देखभाल, टीकाकरण, परिवार कल्याण सेवाएं, गैर संचारी व संचारी रोग सेवाएं, ऑउटरीच, दवा वितरण केंद्र, लैब व प्रशासनिक गतिविधियों के आंकलन के आधार पर अंक दिए गए। वहीं स्टाफ के व्यवहार, निर्धारित ड्रेस व स्वच्छता को भी देखा गया, जो बेहतरीन मिला। इसी तरह गुणवत्ता निगरानी व मूल्यांकन के लिए मानकीकृत प्रक्रिया के तहत आठ बिंदुओं पर जांच की गई। जिसमें सेवा प्रावधान, रोगी अधिकार, इनपुट, सहायता सेवाएं, नैदानिक देखभाल, संक्रमण नियंत्रण, गुणवत्ता प्रबंधन व इससे आने वाले परिणाम आदि पर ध्यान दिया गया। उल्लेखनीय है इससे पूर्व जिला अस्पताल, श्रीकरणपुर सीएचसी व हिंदुमलकोट आदर्श पीएचसी एनक्यूएएस के तहत नेशनल सर्टिफाइड हो चुकी हैं।