उपलब्ध आॅक्सीजन का प्रभावी उपयोग वर्तमान में सबसे बड़ी आवश्यकता जिला कलक्टर ने वरिष्ठ चिकित्सकों और अधिकारियों की ली बैठक

विनय एक्सप्रेस समाचार,बीकानेर। जिला कलक्टर नमित मेहता ने सोमवार को मेडिकल काॅलेज सभागार में वरिष्ठ चिकित्सकों एवं प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली और कोविड अस्पताल में भर्ती मरीजों, दवाईयों और आॅक्सीजन व्यवस्था की समीक्षा की।
मेहता ने कहा कि उपलब्ध आॅक्सीजन का प्रभावी उपयोग वर्तमान में सबसे बड़ी आवश्यकता है। अस्पताल प्रशासन द्वारा इसका अपव्यय रोकने के प्रभावी प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन इस स्थिति को नियमित बनाए रखना जरूरी है। चिकित्सक और ‘ऑक्सीजन मित्र’ के रूप में तैनात नर्सिंग स्टाफ एक-एक बैड पर नजर रखें तथा यह सुनिश्चित करें कि किसी भी स्तर पर आॅक्सीजन का अपव्यय नहीं हो। मरीजों एवं उनके परिजनों से इसकी समझाइश की जाए। जिला प्रशासन द्वारा भी इसकी माॅनिटरिंग की प्रभावी व्यवस्था की गई है। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा समुचित स्थिति पर नियमित नजर रखी जा रही है।
उन्होंने कहा कि ऐसे कम गंभीर मरीज, जिन्हें आॅक्सीजन कंसंट्रेटर पर रखा जा सकता है, उन्हें डे-केयर सेंटर में छह से आठ घंटे चिकित्सकीय पर्यवेक्षण में रखने के बाद डिसचार्ज किया जा सकता है। पीबीएम अस्पताल से डिसचार्ज मरीजों के स्वास्थ्य का नियमित परीक्षण मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा गठित टीमों के माध्यम से करवाने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने मरीजों को स्वास्थ्य संबंधी मार्गदर्शन उपलब्ध करवाने के लिए टेली कांफ्रेंसिंग अथवा हैल्पलाइन नंबर जैसी सुविधा प्रारम्भ करने के लिए निर्देशित किया।
मेडिकल काॅलेज प्राचार्य डाॅ. मुकेश आर्य ने कोविड अस्पताल में मरीजों तथा उपचार की जानकारी दी। पीबीएम अधीक्षक डाॅ. परमिंदर सिरोही ने कहा कि अस्पताल प्रशासन द्वारा सभी उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम उपयोग गंभीर और अति गंभीर मरीजों के लिए किया जा रहा है। इस दौरान नगर निगम आयुक्त एएच गौरी, डाॅ. एलए गौरी, डाॅ. रंजन माथुर, डाॅ. आरपी अग्रवाल, डाॅ. बीके गुप्ता, डाॅ. संजय कोचर, डाॅ. सुरेन्द्र कुमार, डाॅ. अंजली गुप्ता, डाॅ. गीता टिन्ना, डाॅ. सोनाली धवन आदि मौजूद रहे।
डाॅक्टर हैं, इस युद्ध के असली योद्धा
बैठक के दौरान जिला कलक्टर ने कहा कि कोरोना के खिलाफ वर्तमान में लड़े जा रहे युद्ध के असली योद्धा डाॅक्टर ही हैं। देश के करोड़ों लोगों की उम्मीदें डाॅक्टरों पर टिकी हैं। डाॅक्टर अब तक इन पर खरे उतरे हैं। उन्होंने कहा कि इसके मद्देनजर सभी डाॅक्टर आपस में और अधिक बेहतर समन्वय रखते हुए आमजन के जीवन की रक्षा के सर्वोत्तम प्रयास करें। प्रत्येक जीवन की रक्षा हमारा सर्वोच्च ध्येय है।