रामपुरिया लॉ कॉलेज में एनएसएस के 7 दिवसीय विशेष शिविर का हुआ उद्धाटन

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। किसी भी राष्ट्र के विकास में युवाओं की महती भूमिका होती है क्योंकि युवा शक्ति बहती नदीयों की उस धारा की तरह है जिसे एक सच्चा शिक्षक सही दिषा एवं पहचान देकर उस शक्ति को राष्ट्र के विकास के लिए समर्पित करता है।
यह कथन महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाइयों के सात दिवसीय विशेष शिविर के उद्घाटन अवसर पर बीकानेर नगर निगम महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने प्रकट किए। महापौर ने राष्ट्रीय सेवा में एक शिक्षक की महती भूमिका का वर्णित करते हुए बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना से जुडे स्वंय सेवको को अपने समय का इस प्रकार से विभाजन किया जाना चाहिए कि उसमें कुछ समय वह राष्ट्र और समाज की सेवा के लिए रखे क्योंकि मनुष्य राष्ट्र ओर समाज से बहुत कुछ प्राप्त करता है अतः उसका यह नैतिक दायित्व भी बनता है कि वह राष्ट्र व समाज के लिए भी कुछ करें। उन्होंने सेवा शब्द की व्याख्या की विवेकानन्द के जीवनी से सम्बन्धित महत्वपूर्ण प्रसंगों की चर्चा करते हुए स्वंयसेवको को राष्ट्र की सेवा के लिए प्रेरित किया। उन्होंने स्वंयसेवको को संकल्प दिलाया कि वे रासेयो के प्रेरक वाक्य ’मैं नही तुम’ कि सार्थकता को इस शिविर के माध्यम से प्राप्त करने की कोषिष करें। उन्होंने शिविर के सफलता के लिए अपनी शुभकामनाऐं दी।
इसके पश्चात उन्होंने महाविद्यालय परिसर केे बाहर सफाई कार्यक्रम की शुरूआत कर स्वच्छ बीकाणा समृद्ध बीकाणा की संकल्पना को साकार करने का संदेष दिया।


इस सात दिवसीय विशेष शिविर के उद्घाटन कार्यक्रम का शुभारम्भ महापौर सुशीला कंवर, राष्ट्रीय सेवा योजना के सम्भाग समन्वयक डॉ. एस. एन. जाटोलिया, श्री एस. के भाटिया, डॉ. रीतेष व्यास ने मॉं सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित करके की।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डॉ. एस. एन. जाटोलिया ने स्वयंसेवकों को कहा कि जिस राष्ट्र का युवा जागृत और देश प्रेम की भावना लिए हुए होगा वही राष्ट्र प्रगति कर सकता है। उन्होंने स्वयंसेवकों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि विधि विद्यार्थी होने के नाते उनका कर्तव्य है कि वे लोगों में विधिक सहायता तथा विधिक चेतना जागृत करने के लिए भी कार्य करे।

अपने स्वागतीय उद्बोधन में महाविद्यालय के व्याख्याता डॉ. रीतेष व्यास ने अतिथियों का स्वागत करते हुए महाविद्यालय की रासेयो इकाइयों के स्वर्णिम इतिहास की जानकारी देते हुए स्वयंसेवकों को गोद लिए गांव में निस्वार्थ भाव से सेवा कार्य करने के लिए प्रेरित किया और कहा कि रासेयो न सिर्फ एक योजना है बल्कि यह स्वयंसेवकों के व्यक्तित्व निर्माण का एक अच्छा अवसर है।
रासेयो के प्रभारी डॉ. शराफत अली ने सात दिवसीय शिविर की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए तथा षिविर के मुख्य उद्देष्य – शिक्षा पर्यावरण एवं जागृति पर आगामी कार्ययोजनाओं के बारे में बताया।
रासेयो कार्यक्रम अधिकारी डॉ शराफत अली ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार की ओर से महापौर  सुशीला कंवर तथा रासेयो सम्भाग समन्वयक को संविधान की उद्देशिका का प्रतीक चिन्ह भेंट किया।
उद्घाटन कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।
कार्यक्रम का संचालन रासेयो कार्यक्रम अधिकारी डॉ. प्रीति कोचर ने किया।
उद्घाटन कार्यक्रम के पश्चात द्वितीय सत्र में श्रमदान कार्य के अन्तर्गत स्वयंसेवकों ने महाविद्यालय परिसर उद्यानों में स्थित कंटीली झाडियों तथा खरपतवार को हटाया तथा परिसर की साफ-सफाई की।
इसके पश्चात स्वयंसेवकों द्वारा भोजनावकाश के पश्चात तृतीय सत्र में आगामी 6 दिवस में किए जाने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा पर विचार विमर्ष किया और सांस्कृतिक कार्यक्रम के द्वारा दिन का समापन किया।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के वरिष्ठ व्याख्याता श्री एस के भाटिया डॉ. बालमुकुन्द व्यास, डॉ. पीयूष किराडू, श्रीमती सुनीता लूणिया, श्रीमती महिमा गहलोत, श्री पवन सारस्वत भी कार्यक्रम में उपस्थित रहकर स्वंयसेवको को प्रेरित किया।