देश के युवाओं की रचनात्मक विचारो की पहल है पर्यावरण संसद : प्रो. अंबरीष शरण विद्यार्थी,कुलपति
बीकानेर, 09 फरवरी, मिनिस्ट्री ऑफ़ एनवायरमेंट फॉरेस्ट एंड क्लाइमेट चेंज द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली राष्ट्रीय युवा पर्यावरण संसद में बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के 4 विद्यार्थी राष्ट्रीय संसद में बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय से राजस्थान का प्रतिनिधित्व करेंगे। जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि इस कार्यक्रम में देश भर से 150 विश्वविद्यालयों के 200 विद्यार्थियों का चयन हुआ था, जिसमे से बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के 4 विद्यार्थी बीकानेर तकनीकी विश्विद्यालय के फरदीन, गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज अजमेर की प्राची राठौड़, यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलोजी के दीपक टाक एवं भारतीय इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलोजी सीकर की राशी सिंह, 10 और 11 फरवरी को विधानसभा नागपुर (महाराष्ट्र) में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय युवा पर्यावरण संसद में बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करेंगे। इन चयनित युवाओ को अभिव्यक्ति हेतु अलग-अलग पोर्टफोलियो प्रदान किये जाएंगे। राष्ट्रीय युवा पर्यावरण संसद में मेंटर डॉ. ममता शर्मा पारीक एवं डॉ. गायत्री शर्मा भी विश्वविद्यालय से राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व करेंगे। गौरतलब है की मिनिस्ट्री ऑफ़ एनवायरमेंट फॉरेस्ट एंड क्लाइमेट चेंज के सहयोग तथा पर्यावरण संरक्षण गतिविधि स्टूडेंट फॉर डेवलपमेंट के संयुक्त तत्त्वाधान में बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय में दो दिवसीय राज्य स्तरीय राष्ट्रीय युवा पर्यावरण संसद 2024 का हाल ही में आयोजन हुआ सम्पूर्ण प्रदेश के 20 उच्च शैक्षिक संस्थानों, 7 विशेष सत्रों सहित 200 से अधिक विद्यार्थियों ने इस युवा संसद में प्रतिभागिता निभाई।
कुलपति प्रो.अम्बरीष शरण विद्यार्थी ने सभी प्रतिभागी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं प्रदान करते हुए कहा कि देश के युवाओं को सकारात्मक विचारों को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ने की और अग्रसर होना होगा। पर्यावरण संसद युवाओं को उनकी वाक्पटुता, आलोचनात्मक सोच और नेतृत्व कौशल का प्रदर्शन करने के लिए एकत्रित होने का अवसर प्रदान करती है। इसके अलावा, यह उनमें आत्मविश्वास, नेतृत्व की गुणवत्ता की कला और कौशल का विकास करती है।
डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ अभिषेक पुरोहित ने कहा कि हमारे युवाओ को और अधिक सजग होकर पर्यावरण के बेहतरी के लिये कार्य करना होगा। हमारे विश्वविद्यालय के लिए गर्व का है, इससे सभी विधार्थियों को आगे बढ़ कर देश के हितो से जुड़े पर्यावरण संरक्षण के मुद्दों के लिए सशक्त आवाज व रचनात्मक विचार रखने की प्रेरणा मिलेगी।
कार्यक्रम संयोजक डॉ ममता शर्मा और डॉ गायत्री शर्मा ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण गतिविधि द्वारा देशभर के विश्वविद्यालयों के बीच इस युवा संसद का आयोजन किया जा रहा है ताकि युवाओं को मौजूदा पर्यावरणीय समस्याओं के बारे में जागरूक किया जा सके। इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में पर्यावरण के प्रति समझ को विकसित करना है। राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद में राजस्थान से चुने प्रतिभागी अपना बेहतर प्रदर्शन दिखाएँगे।
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