विकसित भारत के स्वप्न को साकार करने में हमारे देश के युवाओं एवं उच्च शैक्षणिक संस्थाओं के महत्वपूर्ण भूमिका : प्रो.अमेरिका सिंह पूर्व कुलपति
विनय एक्सप्रेस समाचार,जयपुर. निम्स विश्वविद्यालय जयपुर में पूर्व कुलपति प्रो.अमेरिका सिंह की अध्यक्षता में प्रोफेसर एपी पांडे पूर्व कुलपति, प्रोफेसर विक्रम चड्ढा अमृतसर, प्रोफेसर एके अस्थाना अलीगढ़, प्रोफेसर एके तोमर अलीगढ़, प्रोफेसर सुनील चौहान अलीगढ़ ने इंडियन इकोनामिक एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने दौरा किया और उच्च शिक्षा के हितधारकों से चर्चा भी की। इस अवसर पर आयोजित “विकसित भारत@2047″ भारत की पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था: चुनौतियां और संभावनाएं” विषय आयोजित हुई संगोष्ठी को भी संबोधित किया। इस अवसर पर पूर्व कुलपति प्रो सिंह ने इंडियन इकोनामिक एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों एवं डॉ.संदीप त्रिपाठी रजिस्ट्रार निम्स को राज्यपाल कलराज मिश्र द्वारा लिखित पुस्तक “निमित्त मात्र हुं मै” की प्रति भेंट की। उन्होंने इस पुस्तक को युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बताया। इंडियन इकोनामिक एसोसिएशन द्वारा निम्स विश्वविद्यालय में विकसित भारत के संदर्भ में दिसंबर माह में 107वीं अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस आयोजित की जानी है जिसमे देश-विदेश से 1000 से अधिक प्रतिभागी, विख्यात अर्थशास्त्री, उच्च शिक्षा विशेषज्ञ एवं उच्च शिक्षा से जुड़े विभिन्न हितधारक प्रतिभागिता निभाएंगे। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल ने प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस की विस्तृत रूपरेखा व कार्य योजना पर विचार विमर्श पर चर्चा की गौरतलब है कि इंडियन इकोनॉमिक एसोसिएशन भारत में पेशेवर अर्थशास्त्रियों और नीति निर्माताओं का सबसे पुराना, सबसे बड़ा और सबसे प्रतिष्ठित संगठन है। यह भारतीय अर्थशास्त्र पेशेवरों का एक पंजीकृत निकाय है, जो आर्थिक विज्ञान के सैद्धांतिक और नीति उन्मुख मुद्दों पर बहस और चर्चा के लिए एक मंच प्रदान करता हैं। प्रतिनिधि मंडल के अध्यक्ष एवं पूर्व कुलपति प्रो. अमेरिका सिंह ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा की विकसित भारत@2047 का उद्देश्य 2047अपनी आज़ादी के 100 वें वर्ष तक, भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है। विकसित भारत के स्वप्न को साकार करने में हमारे देश के युवाओं का उच्च शैक्षणिक संस्थाओं के महत्वपूर्ण भूमिका है। यह योजना में देश युवाओं और नागरिकों को सशक्त बनाने और एक टिकाऊ अर्थव्यवस्था बनाने पर आधारित है। भारत को एक विकसित राष्ट्र के रूप में प्रौद्योगिकी और नवाचार के मामले में दुनिया को नेतृत्व प्रदान करने की परिकल्पना की गई है। विकसित भारत का दृष्टिकोण एक समृद्ध भारत से है जो आधुनिक बुनियादी ढांचे और प्रकृति के साथ सामंजस्य स्थापित करता है और सभी क्षेत्रों के सभी नागरिकों को उनकी क्षमता तक पहुंचने का अवसर देता है।