खेतों में खुले खुशहाली के रास्ते : रास्ता खोलो अभियान के तहत किसानों को मिली राहत

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। राजस्थान की धरती पर मानूसन की दस्तक में अभी कुछ ही दिन बाकी है, धरतीपुत्र ने खेतों का रूख कर लिया है। वहीं नागौर जिला प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे रास्ता खोलो अभियान में किसानों को उनके खेत तक जाने के लिए सुगम रास्ता भी मिला है।
जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी के मार्गदर्शन में संचालित किए जा रहे रास्ता खोलो अभियान के तहत शुक्रवार, 4 जून को भी जिले के विभिन्न गांवों में किसानों के बीच खेतों के रास्ते संबंधी प्रकरणों का निस्तारण किया गया। कई जगह तो किसानों की सर्वसम्मति से खेतों के बीच में से नए रास्ते भी बनाए गए। डेगाना के लंगोड़ गांव के किसानों ने इस मामले में उदाहरण प्रस्तुत किया हैं। तहसीलदार रामनिवास बाना ने बताया कि लंगोड़ गांव में किसानों ने सर्वसम्मति से खेतों की ओर से जाने वाले तीन अलग-अलग रास्ते प्रषासन की मौजदूगी में खुलवाए। यहां पर किसानों ने प्रषासन की टीम का पूरा सहयोग किया और उक्त रास्ता अब राजस्व रिकाॅर्ड में दर्ज हो चुका है। करीब आधा किलोमीटर लंबाई के इन तीन अलग-अलग रास्तों के खुलने से 50 से अधिक किसान परिवार लाभान्वित हुए हैं। रास्ता खोलो अभियान के तहत शुक्रवार,4 जून को जिले में रास्ते संबंधी दस प्रकरणों का निस्तारण किया गया। अभियान के तहत नागौर तहसील में एक, मूण्डवा तहसील में एक, लाडनूं तहसील में दो, कुचामन में एक तथा डेगाना ब्लाॅक में रास्ते संबंधी तीन प्रकरणों का निस्तारण किया गया।

लाडनूं के गेनाणा में 20 साल से बंद रास्ता खुलवाया

रास्ता खोलो अभियान के तहत जिले की लाडनूं तहसील के गेनाणा गांव में करीब 20 साल पुराना रास्ता खुलवाया गया। इस आशय की जानकारी लाडनूं के तहसीलदार कुलदीप ने दी। तहसीलदार कुलदीप और उनकी राजस्व टीम ने पुलिस दल के सहयोग से यहां वर्षों पूराने रास्ते के विवाद का निस्तारण किया। उन्होंने बताया कि करीब एक किलोमीटर लंबे इस रास्ते के खुलने से बीस से अधिक किसान परिवारों को लाभ मिलेगा।