लंपी वायरस के रोक थाम के सम्बन्ध में बैठक हुई आयोजित

टीकाकरण के साथ आयुर्वेद व होम्योपैथी दवाईयों का भी करें उपयोग-डॉ. गर्ग

विनय एक्सप्रेस समाचार, भरतपुर। लंपी वायरस के रोक थाम के सम्बन्ध में रविवार को कलक्टेªट सभा कक्ष में तकनीकी शिक्षा एवं आयुर्वेद राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई। जिसमें उन्होंने लंपी वायरस से पीडित गौवंशों का इलाज करने एवं सभी का टीकाकरण करने के निर्देश देते हुये कहा कि पीडित पशुओं के उपचार के लिए आयुर्वेद व होम्योपैथी दवाईयों का प्रयोग भी शुरु करें। जिसके बेहतर परिणाम मिल सकते हैं। इन दवाईयों के लिए उन्होंने विधायक निधि से 10 लाख और राशि उपलब्ध कराने का विश्वास दिलाया।
बैठक में डॉ. गर्ग ने निर्देश दिये कि सभी गौवंशों का टीकाकरण करें और टीकों की यदि कमी हो तो इनकी मांग राज्य सरकार को भिजवायें ताकि पर्याप्त मात्रा में टीके मुहैया कराये जा सकें। उन्होंने कहा कि पीडित गौवंशों के उपचार के लिये आयुर्वेद औषधियों की किट बनाकर पशुपालकों को मुहैया करायें। इसके साथ ही होम्योपैथी दवाईयां भी उपलब्ध कराई जायें। इन दोनों के बेहतर परिणाम मिले हैं। उन्होंने लंपी रोग से मृत गौवंशों के निस्तारण के लिए प्रशासन एवं ग्राम पंचायतों का सहयोग लें।
बैठक में जिला कलक्टर आलोक रंजन ने बताया कि 60 हजार गौवंशों का टीकाकरण कराया जा चुका है और पीडित गौवंशों के उपचार एवं मृतक पशुओं के निस्तारण के लिये सभी तहसीलों में नोडल अधिकारी बनाये जा चुके हैं जो क्षेत्र के पशुओं पर नजर रखने के साथ ही उनके उपचार की व्यवस्था कर रहें हैं। उन्होंने बताया कि गौशालों में रहने वाले गौवंशों के स्वास्थ्य पर भी नजर रखी जा रही है। लंपी वायरस से पीडित पशुओं के आइसोलेंशन के लिये ग्राम पंचायत एवं नगर पालिका क्षेत्रों में अलग से बाडे बनाये जा रहे हैं। जिनमें उपचार के साथ साथ चारे व पानी की व्यवस्था भी कराई जा रही है।
इस बैठक में जिला परिषद के मुख्यकारी अधिकारी श्रीनिधि बीटी, अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन सुरेशचन्द यादव, नगर निगम के आयुक्त कमलराम मीना, पशु पालन विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ. नागेश चौधरी, संयुक्त निदेशक डॉ. गजेन्द्र सिंह, आयुर्वेद विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. सुशील शर्मा सहित पशुपालन अधिकारी, होम्योपैथी चिकित्सक एवं सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।