वीएमओयू में अकादमिक सत्र जनवरी के नये प्रवेश प्रारम्भ

ऑनलाइन पाठ्य सामग्री लेने पर फीस में 15 फीसदी छूट मिलेगी

महिला छात्रों को निशुल्क शिक्षा, एक साथ दो डिग्री करने का सुनहरा मौका

विनय एक्सप्रेस समाचार, भरतपुर। वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय के अकादमिक सत्र जनवरी 2023 के समस्त पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया प्रारम्भ हो गई है।
क्षेत्रीय केन्द्र निदेशक डॉ0 दिलीप कुमार शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय में अकादमिक सत्र जनवरी 2023 से जो विद्यार्थी किताबें नहीं लेकर केवल ऑनलाइन पाठ्य सामग्री लेंगे उन्हें फीस में 15 फीसदी रियायत मिलेगी तथा खुला विश्वविद्यालय में छात्र हित को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन प्रवेश एवं घर बैठे पुस्तकंे प्राप्त करने की अच्छी सुविधा मिलेगी। विश्वविद्यालय द्वारा दो डिग्री कोर्स करने का छात्रों को सुनहरा मौका है जिसमें छात्र एक डिग्री कोर्स किसी नियमित विश्वविद्यालय से व दूसरा डिग्री कोर्स खुला विश्वविद्यालय से कर सकता है। छात्राऐं निशुल्क दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से डिग्री प्राप्त कर सकती हैं।
विश्वविद्यालय द्वारा संचालित स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में (अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, पुलिस प्रशासन, राजस्थानी, गणित, भूगोल, हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत, इतिहास, समाज शास्त्र, शिक्षा, समाज कार्य एवं मनोविज्ञान) वाणिज्य, कम्प्यूटर साइन्स, गणित, पत्रकारिता, पुस्तकालय एवं स्नातक पाठ्यक्रम में बी.ए., बी.कॉम., बी.सी.ए., बी.बी.ए., पत्रकारिता, पुस्तकालय पाठ्यक्रमों तथा डिप्लोमा समेत सर्टिफिकेट कार्यक्रमों में प्रवेश ले सकते है। पूर्व पंजीकृत छात्र प्रमोटी छात्र के रूप में द्वितीय वर्ष एवं फाइनल वर्ष के विद्यार्थी भी प्रवेश ले सकते है
क्षेत्रीय केन्द्र निदेशक डॉ0 दिलीप कुमार शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा संचालित स्नातकोत्तर/स्नातक/डिप्लोमा/सर्टिफिकेट कार्यक्रमों में प्रवेश प्रारम्भ हो गये हैं साथ ही एम0बी0ए0/एम0सी0ए0 कार्यक्रमों में प्रवेश परीक्षा हेतु आवेदन भी ऑनलाइन कर सकते हैं। क्षेत्रीय केन्द्र भरतपुर के सहायक कुलसचिव एस बी सिंह ने बताया कि छात्र किसी भी ई-मित्र एवं नेट-बैकिंग एवं क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ऑनलाइन शुल्क जमा कर अंतिम तिथि 31 जनवरी 2023 तक प्रवेश हेतु आवश्यक योग्यता सम्बन्धी दस्तावेज अपलोड कर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी हेतु विश्वविद्यालय की वेबसाइट ूूूण्अउवनण्ंबण्पद देखें।