विनय एक्सप्रेस समाचार, अजमेर। राजस्व मंडल की ओर से तीन दिवसीय निर्णय लेखन कार्यशाला का आयोजन 23 से 25 नवंबर तक अजमेर के राजस्व अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान में होगा। कार्यशाला में संपूर्ण राजस्थान के अधीनस्थ न्यायालयों के पीठासीन अधिकारी भाग लेंगे।
राजस्व मंडल के अध्यक्ष श्री राजेश्वर सिंह की नवाचारी पहल के तहत राज्य में राजस्व न्यायालयों के लिए यह दूसरी निर्णय लेखन कार्यशाला आयोजित की जा रही है। राजस्व मंडल निबंधक श्री महावीर प्रसाद ने बताया कि कार्यशाला का शुभारंभ सत्र 23 नवंबर की सुबह 10ः30 से आयोजित होगा जिसकी अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष श्री राजेश्वर सिंह करेंगे। शुभारंभ सत्र के बाद मंडल सदस्य श्री खजान सिंह राजस्थान काश्तकारी अधिनियम 1955 के तहत कानून एवं अधिनियम पर व्याख्यान देंगे। वहीं दोपहर पश्चात मंडल सदस्य सत्तार खान श्रेष्ठ निर्णय के लिए महत्वपूर्ण सामग्री, शाम 4 बजे मंडल सदस्य रामनिवास जाट राजस्थान भू राजस्व अधिनियम 1956 एवं राजस्थान काश्तकारी अधिनियम 1955 के अनुच्छेद 88 पर चर्चा करेंगे। इसी प्रकार 24 नवंबर को प्रातः कालीन सत्र में राजस्व मंडल के अधिवक्ता अशोक अग्रवाल कानूनी विषयों पर चर्चा करेंगे। मध्याह्न सत्र में आरआरटीआई के प्रशिक्षण सलाहकार एचएसयू असनानी प्रॉपर इंप्लीमेंटेशन ऑफ प्रोसीजरल लॉज एंड रूल्स विषय पर व्याख्यान देंगे। मध्यान्ह पश्चात समस्या समाधान सत्र आयोजित होगा। दोपहर 2ः30 बजे सेवानिवृत्त आरएएस अनिल कुमार वार्ष्णेय निर्णय लेखन के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा करेंगे। शाम 4ः00 बजे से सेवानिवृत्त आरएएस एनएस चैहान राजस्व न्यायालयों में नामांतरण प्रक्रिया पर विचार रखेंगे। कार्यशाला के अंतिम दिन 25 नवंबर को सुबह 10ः30 से राजस्व मंडल के अधिवक्ता घनश्यामसिंह लखावत राजस्थान भू राजस्व अधिनियम 1956 के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। मध्यान्ह में आरआरटीआई के प्रशिक्षण सलाहकार श्री एचएसयू असनानी निर्णय गुणवत्ता सुधार पर सुझाव देंगे अपराह्न सत्र में राजस्व मंडल के सदस्य श्री सुरेंद्र कुमार पुरोहित निर्णय लेखन एवं विभिन्न विधिक प्रावधानों पर चर्चा करेंगे। शाम 4ः00 बजे समापन अवसर पर मंडल अध्यक्ष श्री राजेश्वर सिंह पूर्व में आयोजित निबंध लेखन एवं निर्णय लेखन प्रतियोगिताओं के उत्कृष्ट प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार वितरित करेंगे। संयोजन आरआरटीआई निदेशक चेतन कुमार त्रिपाठी करेंगे।