विनय एक्सप्रेस समाचार, भरतपुर। पशुपालन विभाग के द्वारा 14 से 30 जनवरी तक पशु कल्याण पखवाडा मनाया जायेगा।
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ गजेन्द्र सिंह चाहर ने बताया कि पखवाडा में जीव जन्तुओं के प्रति प्रेम, दया भाव जाग्रम करने की दृष्टि से पखवाडे को प्रभावी रुप से सफल बनाने हेतु सभी तहसील स्तरीय नोडल अधिकारियों को निर्देश प्रदान किये गये हैं जिसके तहत प्रत्येक पशु चिकित्सालय द्वारा इस अवधि में एक-एक पशु चिकित्सा एवं बांझ निवारण शिविर, पशु शल्य चिकित्सा शिविरों का आयोजन कर अधिक से अधिक संख्या में पशुओं को लाभान्वित करें। विशेष स्वास्थ्य शिविरों को आयोजन करवाकर गौशालाओं में बीमार पशुओं का ईलाज एवं कृमिनाशक औषधि पिलाना सुनिश्चित करें। उन्होंने जिले की समस्त पशु चिकित्सा संस्थाओं को निर्देशित किया है कि अपने-अपने क्षेत्र की ग्राम पंचायतों, नगर पालिका एवं गौशालाओं में गोष्ठियां एवं पशु कल्याण जनजाग्रति रैली आयोजित करावें तथा गौशालाओं एवं पशुवाडों में जाकर ठण्ड से पीडित पशुआंें को राहत देने हेतु संबंधित गौशाला प्रबंधन/पशुपालक से यथायोग्य उपाय करावें। नजदीकी शिक्षण संस्थाओं में जीव जन्तुओं के प्रति क्रूरता निवारण पर आधारित व्याख्यानों के माध्यम से जानकारी दी जावे संबंधित विषय पर चित्रकला एवं वाद विवाद प्रतियोगिता भी आयोजित कराने के प्रयास किये जायेें। गांव में संचालित खेलियों की सफाई करवाकर पुनः जल से भरवाना सुनिश्चित करवायें। स्थानीय प्रचार-प्रसार माध्यम से आम जनता तक इस पखवाडे के बारे में जानकारी दी जावें। साथ ही जिले में इस दौरान की गई गतिविधियों को भी समाचार पत्रों के माध्यम से प्रकाशित करवाये जाये। क्षेत्र में जनसहयोग से निराश्रित पशुआंे की देखभाल हेतु समुचित व्यवस्था करावें। पशुओं को अधिक सर्दी/गर्मी की प्रतिकुलता से सुरक्षा करने के लिए जन सामान्य को जाग्रत करें। नोडल अधिकारी द्वारा गौशालाओं का निरीक्षण किया जाना, उनके लिए साफ स्वच्छ वातावरण का निर्माण करवाना, कृमिनाशक दवा पिलवाना, उम्र के अनुसार पृथक-पृथक आवास एवं खाने की व्यवस्था सुनिश्चित करवायें ताकि उनकी आवश्यकता अनुसार खाद्य सामग्री मिल सके। जिससे खाने एवं पानी पीने के दौरान आपसी लडाई में घायल न हो। स्थानीय, जन प्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों से सूचना मिलने पर मौके पर जाकर रोगी पशु एवं घायल पशु की निःशुल्क चिकित्सा उपलब्ध करवायी जायेगी। लावारिश पशुओं, गौशालाओं एवं जन सामान्य के पशुओं को लाभान्वित करने हेतु बाझंपन निवारण एवं चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जाये। पशुओं को गाडी में जोतकर क्षमता से अधिक भार ढोने से रोकने का प्रयास किया जाये। पशु परिवहन नियम 1978 के नियम 56 में उल्लेखित वाहन (ट्रक/टैम्पो) द्वारा पशु परिवहन दौरान निर्देशों की पालना न करने वाले व्यक्ति के विरुद्व कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित करवाना तथा पशुओं को वाहनों में अनियमित रुप से भरकर परिवहन करने पर भी कानूनी कार्यवाही करायी जाये। धर्म के नाम पर पशुओं की बलि को रोकने हेतु संबंधित को समझाकर इस कृत्य को रोकने का प्रयास किया जाये। पशु कल्याण पखवाडे के दौरान 26 जनवरी 2023 को गणतन्त्र दिवस एवं 30 जनवरी 2023 को सर्वोदय के रुप में मनाया जायेगा। दोनो दिवसों में समस्त राज्य में पशु पक्षियों का वध करना एवं मांस आदि की बिक्री पर अनिवार्य रुप से प्रतिबंध रहेगा। पखवाडे के सफल आयोजन के लिए जिला एवं ग्रामीण स्तर पर कार्यरत स्वयं सेवी संस्थाओं एवं गैर सरकारी संस्थाओं से सहयोग लेने के प्रयास किये जावेगें।