जिले में 14 से 30 जनवरी तक मनाया जायेगा पशु कल्याण पखवाड़ा

राज्य जीव जन्तु कल्याण बोर्ड द्वारा पशु कल्याण पखवाडे के संबंध में बैठक और हस्ताक्षर अभियान

विनय एक्सप्रेस समाचार, हनुमानगढ़। राज्य जीव जन्तु कल्याण बोर्ड, राजस्थान के कार्यालय में दिनांक 11.01.2022 को अध्यक्ष, राज्य जीव-जन्तु कल्याण बोर्ड श्री के.सी. बिश्नोई द्वारा राज्य में दिनांक 14.01.2023 से 30.01.2023 तक मनाये जाने पशु कल्याण पखवाडे के संबंध में पशुपालन विभाग के अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई।
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ ओम प्रकाश किलानिया ने बताया कि बैठक में श्री के.सी. बिश्नोई ने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को पशु कल्याण के प्रति संवेदनशील कर जागरुकता उत्पन्न करने तथा विभाग की सस्थाओं के माध्यम से पशु कल्याण के अधिकाधिक कार्य करने हेतु प्रेरित किया।
राज्य में प्रतिवर्ष दिनांक 14.01.2023 से 30.01.2023 तक पशु कल्याण पखवाडा मनाया जाता है, जिसमें जीव जन्तुओं के प्रति प्रेमभाव व दया भाव जाग्रत करने की दृष्टि से विभागीय कार्मिक अपने नियमित कार्यों के साथ-साथ पशु कल्याण के कार्य भी सम्पादित करते हैं। विभागीय संस्थाओं द्वारा पशुओं के लिए विशेष चिकित्सा शिविर व किसान गोष्ठियां आयोजित की जाती हैं। किसान गोष्ठियों में किसानों को पशु क्रूरता निवारण के बारे में जानकारी दी जाती है एवं पशु कल्याण के प्रति जागरुक किया जाता है ।
इस अवसर पर श्री बिश्नाई ने पखवाड़े के दौरान विभागीय अधिकारियों को स्कूलों में जाकर पशु कल्याण विषय पर व्याख्यान, प्रतियोगिताएं व रैलीयां आयोजित करने तथा बच्चों में शुरु से ही पशु कल्याण के प्रति संवेदनशील करने की सलाह दी। उन्होंने 14 जनवरी को मकर संक्रान्ति के अवसर पर पतंगबाजी प्रातः 10रू00 बजे से सांय 4.00 तक ही करने के लिए आमजन में जागरुकता पैदा करने का आग्रह किया किया ताकि सुबह-शाम पक्षीयों के विचरण का समय होने के कारण पक्षी घायल नहीं हों
अध्यक्ष, राज्य जीव-जन्तु कल्याण बोर्ड एवं शासन सचिव पशुपालन विभाग ने पखवाड़े के दौरान पशु कल्याण के संकल्प हेतु हस्ताक्षर अभियान का शुभारम्भ कर पशु कल्याण पखवाडे को सफल बनाने का आग्रह किया।
कार्यक्रम में डॉ. भवानी सिंह, निदेशक पशुपालन विभाग, श्री चान्दमल वर्मा निदेशक गोपालन विभाग, डॉ. एनएम सिंह, डॉ. प्रकाश भाटी, डॉ. नवीन मिश्रा, डॉ. सुरेश मीणा समेत निदेशालय पशुपालन, निदेशालय गोपालन, निदेशालय मत्स्य व आर.एल.डी.बी. के अधिकारियों द्वारा भाग लिया गया।