पढ़िये कमर दर्द से पीड़ित रोगियों के लिए अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. लोकेश सोनी का यह विशेष आलेख

विनय एक्सप्रेस स्वास्थ्य आलेख, डॉ लोकेश सोनी। 
क्या आप जानते हैं कि हमारे देश में लगभग 60% से 80% वयस्क
अपने जीवन में किसी-न-किसी समय कमर के निचले हिस्से में दर्द (lower back pain) से पीड़ित होतेहैं ।
यदि आप एक बार पीठ के निचले हिस्से में दर्द का अनुभव करते हैं, तो आपको भविष्य में फिर से इस दर्द से पीड़ित होने की संभावना कम-से-कम 50% है।
कमर के निचले हिस्से में दर्द एकदम कम से लेकर तेज दर्द या यूँ कहें कि बहुत गंभीर दर्द भी हो सकता है ।

पीबीएम अस्पताल बीकानेर के ट्रौमा सेंटर पर चिकित्सा अधिकारी पद अपनी सेवा प्रदान कर रहे अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. लोकेश सोनी बताते हैं कि सौभाग्य से, 90% मामलों में कमर के निचले हिस्से के दर्द को बिना सर्जरी के इलाज किया जा सकता है ।आम तौर पर, यह बहुत लंबे समय तक खड़े रहने, कठिन शारीरिक श्रम करने, वज़न उठाने, ज़बरन हलचल करने या झुकने या अजीब तरह से चलने के कारण मांसपेशियों में खिंचाव का परिणाम होता है ।
हालांकि, पीठ के निचले हिस्से में दर्द के कई ऐसे भी कारण हैं, जो मांसपेशियों में खिंचाव या चोट से संबंधित नहीं होते हैं ।इसमें निम्न शामिल हैं :
• कोक्सीडीनिया (Coccydynia)
• कटिस्नायुशूलयासायटिका (Sciatica)
• स्लिपडिस्क (Slipped disc)
• स्पोंडिलोलिस्थीसिस (Spondylolisthesis)
• ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis)
• रूमेटाइडआर्थराइटिस (Rheumatoid arthritis)
• एंकिलॉजिंगस्पॉन्डिलाइटिस (Ankylosing spondylitis)
1. कोक्सीडीनिया की वज़ह से पीठ के निचले हिस्से में दर्द यदि आपकी पीठ के निचले हिस्से में दर्द कोक्सीडीनिया (
coccydynia) के कारण होता है, तो आपको अपनी रीढ़ की जड़ में जहां आपका टेलबोन (कोक्सीक्स) है, वहां दर्द महसूस होगा ।यह दर्द आपको थोड़ी तकलीफ़ दे सकता है या बहुत गंभीर दर्द भी हो सकता है, और यह आम तौर पर कोक्सीक्स या उसके आसपास के टिश्यू को नुकसान पहुँचने के कारण होता है ।
एक निश्चित स्थिति में खड़े होने या बैठने से कोक्सीडीनिया के लक्षण (symptoms of coccydynia) उभर कर सामने आ सकते हैं, और यह दर्द आपके लिए रोज़मर्रा के कार्यों को करना मुश्किल बना सकता है ।


आपके डॉक्टर कोक्सीडीनिया के लिए दर्द निवारक दवा (painkillers) जैसे पैरासिटामोल (Paracetamol) लेने की सलाह दे सकते है।इन दवाओं का उपयोग करना चाहिए या नहीं, इसे कैसे प्राप्त करें और उनका उपयोग कैसे करें, इन सबके बारे में मार्गदर्शन पाने के लिए किसी फार्मासिस्टया डॉक्टर से बात करें।
निम्न लक्षणों का अनुभव करने पर आप को तुरंत किसी डॉक्टर से परामर्श करनी चाहिए :
• पैर में कमजोरी महसूस होना (Leg weakness)
• पैर सुन्न होना (Leg numbness)
• असंय मिता (incontinence)
और आप को 48 घंटों के भीतर अपने डॉक्टर से परामर्श करनी चाहिए यदि:
• कुछ हफ्तों के बाद भी दर्द में सुधार नहीं हो रहा है
• साधारण उपायों से दर्द ठीक नहीं हो रहा है (जैसे पेनकिलर और फिजियोथेरेपी)
• दर्द गंभीर है, जो आपके रोज़मर्रा के कार्यों को करने में बाधक बन रहा है

2. सायटिका (sciatica) के कारण पीठ के निचले हिस्से में दर्द सायटिका ( sciatica ) से उत्पन्न पीठ के निचले हिस्से में दर्द आमतौर पर आपके नितंबों में होगा और आप के पैरों के नीचले हिस्सों में भी दर्द होगा। इसका कारण यह है कि सायटिक नर्व (तंत्रिकाएं) आपके श्रोणि (पेल्विस) के पीछे से, दोनों पैरों से होते हुए नीचे आप के पैरों तक जाती हैं ।
सायटिका आम तौर पर स्लिप डिस्क के कारण होता है , जो सायटिका नर्व पर दबाव डालता है, और दर्द का कारण बनता है ।इस दर्द में आपको झुनझुनी जैसा सनसनी महसूस हो सकता है, जो आपकी पीठ के निचले हिस्से में शुरू होता है और आपके नितंबों, पैर के निचले हिस्से से होते हुए आपके पैर और पैर की उंगलियों तक जाता है। इससे आपका पैर सुन्न पड़ सकता है, और आपके पैर की मांसपेशियों में कमजोरी भी महसूस हो सकती है।


पेनकिलर्स, एक्सरसाइज़ और गर्म और ठंडे पैक के साथ सायटिका दर्द का आमतौर पर घर पर इलाज कियाजा सकता है ।किसी भी दर्द निवारक को लेने से पहले आप को हमेशा आगे के मार्गदर्शन के लिए फार्मासिस्ट या डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
हम आगे इस लेख में सायटिका के लिए कुछ उपयोगी एक्सरसाइज़ बताएँगे।

कुछ मामलों में, आगे का उपचार ज़रूरी हो सकता है। लेकिन अगर आपको निम्न में से कोई भी लक्षण दिखाई दे, तो आपको तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए:
• आपके पैरों के बीच या नितंबों के बीच झुनझुनीया सुन्नता का अहसास
• मूत्राशय या आंत पर हाल में नियंत्रण खोना
• दोनों पैरों में दर्द और झुनझुनी महसूस करना
• आपके पैरों में कमजोरी महसूस करना
• पीठ में बहुत तेज दर्द होना

3. स्लिपडिस्क (slipped disc) (इंटरवर्टेब्रल डिस्क प्रोलैप्स) के कारण होने वाला कमर दर्द
स्लिपडिस्क की वज़ह से पीठ के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है, जो शरीर के अन्य हिस्सों में फैल सकता है । यह तब होता है जब डिस्क का बाहरी भाग फट जाता है, जिससे इस के अंदर का जेल (gel) बाहर निकल जाता है ।
क्षतिग्रस्त डिस्क (damaged disc) रीढ़ की हड्डी या किसी सिंगल नर्व की जड़ पर दबाव डाल सकती है ।इससे बाहर निकली हुई डिस्क के क्षेत्र में और उस भाग में भी दर्द हो सकता है, जो नर्व द्वारा नियंत्रित होता है और जिस पर डिस्क दबाव डाल रहा होता है ।
स्लिप्ड डिस्क का कारण अक्सर पता नहीं होता है
, लेकिन वह निम्न कारणों का परिणाम हो सकता है:
• अजीब तरीक़े से झुकने से
• भार या अजीब तरह से वज़न उठाने से
• लंबे समय तक बैठने से, जैसे गाड़ी चलाते समय
• धूम्रपान (Smoking) करनेसे
• वज़नअधिकहोनेसे
• भार उठाने करने वाले स्पोर्ट्स, जैसे वेटलिफ्टिंग (भारोत्तोलन) करने से
• आपकी पीठ में दर्द नाक चोट, जैसे कि गिरने से या कार दुर्घटना से
स्लिप्ड डिस्क के उपचार
Treatment of a slipped disc में आम तौर पर सक्रिय रखना, फिजियोथेरेपी, और दवा शामिल होती है । लगभग 4 से 6 सप्ताह के बाद स्लिप्ड डिस्क से रिकवरी हो जानी चाहिए, लेकिन कुछ मामलों में आगे के उपचार की भी जरुरत हो सकती है ।
यदि आप को निम्न में से कोई भी लक्षण महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें:
• गुदा और जननांग एरिया के आस पास सुन्न महसूस होना
• पैर की कमजोरी या लकवा
• मल त्याग को कंट्रोल करने में असमर्थता
• पेशाब का अनजाने में निकल जाना
• चलने में असमर्थता
• दर्द जिसमें सुधार होने की बजाए और भी बदतर होना

4. स्पोंडिलोलिस्थीसिस के कारण पीठ के निचले हिस्से में दर्द
स्पोंडिलोलिस्थीसिस (spondylolisthesis) एक ऐसे कंडीशन का नामहै, जहां लंबरस्पाइन (पीठ का निचला हिस्सा) में एक हड्डी फिसलकर अपनी पोजीशन से बाहर हड्डी के नीचे आ जाती है।
यह पीठ के निचले हिस्से में दर्द का कारण बनती है, जो आमतौर पर कोई भी एक्टिविटी के बाद बदतर हो जाती है, जिसकी वज़ह से हैम स्ट्रिंग टाइट हो जाती है, नितंबों में अकड़ और दर्द होने लगता है, तथा प्रभावित हड्डी कोमल हो जाती है।
स्पोंडिलोलिस्थीसिस के उपचार में सूजन रोधी दर्द निवारक, फिजियोथेरेपी और बेड रेस्ट शामिल हैं। हालांकि, यह उस दर्द की गंभीरता पर निर्भर करता है जिसे आप महसूस कर रहे हैं। स्पोंडिलोलिस्थीसिस के कुछ मामलों में सर्जरी की भी जरुरत पड़ सकती है।
यदि आप निम्नलिखित लक्षणों में से कोई भी लक्षण महसूस करें, तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए:
• अपना पैर हिलाने में असमर्थता
• मूत्राशय या आंत असंयमिता (bowel incontinence)
• जननांगों या नितंबों के आस-पास केभाग में सुन्नता
• पैर में बहुत तेज दर्द
• पैरों में अचानक कमजोरी

5. ऑस्टियोआर्थराइटिस (osteoarthritis) के कारण पीठ के निचले हिस्से में दर्द ऑस्टियोआर्थराइटिस ( Osteoarthritis) गठिया का सबसे आम रूप है, जो आप के जोड़ों को प्रभावित करता है, जिससे दर्द और अकड़न होती है।
यह दर्द आम तौर पर केवल प्रभावित जोड़ों (जॉइंट) में होता है, लेकिन यह आपके शरीर के अन्य भागों में भी फैल सकता है।जब आप अपने जॉइंट का उपयोग करते हैं, तो दर्द और भी बदतर हो जाता है, औरकुछ लोगों में यह दर्द निरंतर बना रहता है ।
ऑस्टियोआर्थराइटिस तब होता है, जब आपका शरीर हड्डी के सुरक्षात्मक कार्टिलेज (उपास्थि) को होने वाले नुकसान की रिपेयर करने में असमर्थ होता है ।
इसका सटीक कारण का पता नहीं है ; सभी के जोड़ों को नुकसान पहुंचता है, लेकिन आम तौर पर हमारा शरीर इस डैमेज (क्षति)
को रिपेयर कर सकता है। ऑस्टियोआर्थराइटिस होने पर, सुरक्षात्मक कार्टिलेज टूट जातीहै, जिससे दर्द, सूजन और जोड़ों को हिलाने में प्रॉब्लम होती हैं। हड्डियों का विकास – जोड़ों में बनने वाली अतिरिक्त हड्डी – विकसितहो सकती है, और इस भाग में सूजन (लाल और सूजा हुआ) हो सकती है ।
चूँकि इसका कोई इलाज नहीं है, तो ऐसी चीजें हैं जो आप अपने लक्षणों को कम करने के लिए कर सकते हैं, जैसे नियमित रूप से एक्सरसाइज़ करें, स्वस्थ वज़न बनाए रखें, उचित जूते पहनें, और उन उपकरणों का उपयोग करें जो आपके जोड़ों पर तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
यदि आप के लक्षण अधिक गंभीर हैं तो आप किसी स्ट्रक्चर्ड एक्सरसाइज़ प्रोग्राम का पालन कर सकते हैं।दुर्लभ मामलों में, जॉइंट को रिपेयर करने, उन्हें मजबूती प्रदान करने या उन्हें बदलने (रिप्लेस) के लिए सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।
यदि आप में निम्न में से कोई भी लक्षण (symptoms) दिखें, तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए:
• लाल, गर्म या सूजा हुआ जोड़
• बुखार
• बीमार महसूस करना
• अनियंत्रित दर्द
• जोड़ को हिलाने में असमर्थ होना
6. रूमेटाइडआर्थराइटिस के कारण पीठ के निचले हिस्से में दर्द होना
रूमेटाइडआर्थराइटिस (Rheumatoid arthritis) एक ऑटो इम्यून बीमारीहै, जिसका अर्थ है आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) – जो आपके शरीर को इंफेक्शन से बचाती है – गलती से आपके जोड़ों में कोशिकाओं पर हमला करती है ।
यह आपके जोड़ों में सूजन पैदा करता है, जिससे जोड़ों में सूजन, जकड़न और दर्द हो सकता है ।
सबसे पहले, यह दर्द जोड़ों में सूजन की वज़ह से होता है, लेकिन जैसे-जैसे यह रोग बढ़ता है, यह जोड़ों को नुकसान पहुँचा सकता है।
वैसे तो वर्तमान में रूमेटाइडआर्थराइटिस का कोई इलाज नहीं है, लेकिन शीघ्र निदान और उपचार इस रोग को बढ़ने से रोकने में मदद कर सकते हैं । इसमें रूमेटाइडआर्थराइटिस को बदतर होने से रोकने और जटिलताओं के रिस्क को कम करने के लिए दवा लेना शामिल है । एक स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखना भी ज़रूरी है, जिसमें विविध और संतुलित आहार (balanced diet) और कम प्रभाव वाले एक्सरसाइज़ शामिल हैं।

यदि आपको खुद में निम्नलिखित लक्षणों में से कोई भी देखने को मिले, तो आपको 24 घंटों के भीतर डॉक्टर से मिलना चाहिए:
• जोड़ों में अचानक दर्द और सूजन होना, जिससे आप जोड़ों को हिलाने में असमर्थ हों
• बुखार आना
7. एंकिलॉजिंगस्पॉन्डिलाइटिस (ankylosing spondylitis) के कारण पीठ के निचले हिस्से में दर्द
एंकिलॉजिंगस्पॉन्डिलाइटिस (
Ankylosing spondylitis) गठिया का एक प्रकार है, जो मुख्य रूप से रीढ़ को प्रभावित करता है।यह रीढ़ की हड्डी के जोड़ों में सूजन पैदा करता है, जो गंभीर, क्रॉनिकदर्द (chronic pain) और परेशानी का कारण बनता है।
इस सूजन के क्या कारण हैं यह पता नहीं चल पाया है, लेकिन इसे एचएलए-बी 27 जीन (HLA-B27 gene) से लिंक किया जा सकता है। रीढ़ की सूजन के कारण नई हड्डी भी विकसित हो सकती है, जो रीढ़ के साथ जुड़ (फ्यूज) जाती है जिसकी वज़ह से लचीलापन (एंकिलोसिस) कम या ख़त्म हो सकताहै।
एंकिलॉजिंगस्पॉन्डिलाइटिस के लक्षण
धीरे-धीरे विकसित होते हैं, और अक्सर आते-जाते रहतेहैं।
ऐसे उपचार उपलब्ध हैं , जो इन लक्षणों में से कुछ में राहत दे सकते हैं, हालांकि इसका कोई इलाज नहीं है ।

उपचार में स्पाइन फ़्यूज़िंग की प्रक्रिया में देरी करना शामिल है, जिसे एक्सरसाइज़, फिजियोथेरेपी और दवा के माध्यम से किया जाता है।
विशेष रूप से, जैसे-जैसे एंकिलॉजिंगस्पॉन्डिलाइटिस (ankylosing spondylitis) बढ़ता है, वह रीढ़ के बेस (आधार) को प्रभावित कर सकता है, जिससे पीठ के निचले हिस्से में गंभीर दर्द हो सकता है ।
यदि आप निम्नलिखित लक्षणों में से किसी भी लक्षण का अनुभव करते हैं, तो कृपया तुरंत डॉक्टर की सहायता लें:
• दर्द भरी लाल आँखें
• अचानक सीने में गंभीर दर्द
• आपके पीठ के निचले हिस्से या पैरों में दर्द या सुन्नता
• मूत्र या आंत की असंयमिता (bowel incontinence)
• आपके पैरों में कमजोरी
• जोड़ों का दर्द (Joint pain) और बुखार
पीठ के निचले हिस्से के दर्द के लिए व्यायाम
जब आप गैर-विशिष्ट पीठ के निचले हिस्से में दर्द (non-specific lower back pain), या ‘लो बैकपेन’ का अनुभव करते हैं, तो आप एक्सरसाइज़ से बचना चाहेंगे ।लेकिन चलते-फिरते रहना आपकी पीठ के लिए अच्छा हो सकता है ।
पीठ के निचले हिस्से के दर्द के लिए एक्सरसाइज़ आप की पीठ, पेट और पैर की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद कर सकताहै, ये सभी आपकी रीढ़ को सपोर्ट करते हैं और पीठ दर्द को कम कर सकते हैं ।
कमर दर्द के लिए कोई भी एक्सरसाइज़ करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लें। दर्द के कारण और गंभीरता के आधार पर, कुछ एक्सरसाइज़ आपको इस दर्द में नुकसान पहुँचा सकते हैं ।
अपनी पीठ के निचले हिस्से के लिए एक्सरसाइज़ करने से रीढ़ की स्थिरता और लचीलेपन में सुधार होने में मदद मिल सकती है।अपने पीठ के निचले हिस्से के दर्द को कम करने के लिए आपइनसरल एक्सरसाइज़ को आज़मा सकते हैं:
• एड़ी से नीचे तक स्ट्रेच करना
• घुटने रोल करना
• बैक एक्सटेंशन
• पेट की मजबूती वाले व्यायाम
• पेल्विक झुकाव (टिल्ट्स)

यदि आपकी पीठ दर्द सायटिका (sciatica) के कारण है, तो इस दर्द को कम करने के लिए आप कुछ स्पेसिफिकसायटिका स्ट्रेच (sciatica stretches) कर सकते हैं। इसमे शामिल हैं:
• घुटने से छाती तक का स्ट्रेच
• सायटिक मोबिलाईजिंग स्ट्रेच
• बैकएक्सटेंशन
• खड़ेहोकरहैमस्ट्रिंगस्ट्रेच
• लेटकरगहरीग्लूटलस्ट्रेच
ऐसे कई निवारक उपाय हैं जिन्हें अपनाकर आप वर्कप्लेस पर होने वाले पीठ दर्द से बच सकते हैं, जैसे सही ढंग से बैठना, उचित तरीके से उठना, औरनियमित ब्रेक लेना।
निष्कर्ष
पीठ के निचले हिस्से का दर्द (Lower back pain) बहुत कष्टदायी हो सकता है। इसका इलाज करने के लिए, आपको यह जानना होगा कि क्या गड़बड़ी है । यदि यह दर्द किसी अंदरूनी बीमारी का परिणाम है, तो आपको दर्द से राहत पाने के लिए उस कंडीशन का इलाज कराना ज़रूरी होगा। हालांकि, अगर यह गैर-विशिष्ट पीठ दर्द (non-specific back pain) है – पीठ दर्द जो एक विशिष्ट कंडीशन से संबंधित नहीं है – तो आप दर्द को दूर करने के लिए पीठ के निचले हिस्से के लिए एक्सरसाइज़ कर पाएँगे।
यदि आप लोअर बैकपेन (lower back pain) से परेशान हैं, तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए।