मंगल का मेष राशि में गोचर करेगा नव ऊर्जा में वृद्धि : ज्योतिष आचार्य डॉ आलोक व्यास

डॉ. अलोक व्यास, ज्योतिष आचार्य

विनय एक्सप्रेस ज्योतिष आलेख। वैदिक ज्योतिष में मंगल महत्वपूर्ण ग्रह है जोकि अग्नि कारक और मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी होता है। कुंडली मे मंगल जातक के साहस, ऊर्जा, गतिशीलता, जीवन शक्ति और अनुशासन का कारक होता है तथा व्यक्ति के शरीर में खून,हड्डी, शारीरिक चोट या दुर्घटना द्योतक होता है। इसके अतिरिक्त मंगल भूमि, वाहन, आग्नेय अस्त्र का भी प्रतिनिधित्व करता है। जातक की कुंडली में मंगल प्रबल होने पर व्यक्ति का साहसी ऊर्जावान और अनुशासित होता है और दुर्बल होने पर आलसी, ऊर्जाहीन और क्रोधी होता है।

01 जून 2024 को दोपहर 3:51 पर मंगल मीन राशि से मेष राशि में प्रवेश करेगा तथा 12 जुलाई 2024 इसी राशि मे रहेगा। अग्नि तत्व व मूल त्रिकोण राशि में मंगल का गोचर आमजन में विश्वास,नव ऊर्जा में वृद्धि और भूमि व निर्माण संबंधी कार्यों में प्रगति लाएगा। जन्म कुंडली में मंगल की राशि और भाव की स्थिति के अनुसार इस राशि परिवर्तन से विभिन्न राशियों पर निम्नलिखित प्रभाव परिलक्षित हो सकता है।

मेष:– आत्मानुशासन में वृद्धि, स्वछवि को लेकर असंतोष, अध्यात्मिक चिंतन या स्वाध्याय, एकांतवास, मानसिक चिंता, व्यय में कमी।

वृषभ:- सुदुर प्रान्त की यात्रा की इच्छा, व्यय में बढ़ोतरी या व्यापार में हानि, शारीरिक चोट या वाहन दुर्घटना, ऊर्जा या उत्साह कमी, विदेशी लोगो से मेलमिलाप की चाह।

मिथुन:- सामाजिक संपर्कों में बढ़ोतरी, आय में बढ़ोतरी हेतु प्रयास, व्यापार में लाभ, बड़े भाई बहन से मतभेद।

कर्क:- पिता अथवा उच्च अधिकारियों से संबंधित चिंता या मतभेद, सामाजिक प्रतिष्ठा को लेकर चिंता, कार्यक्षेत्र में ऊर्जा का व्यय, नौकरी व रोजगार हेतु प्रयास।

सिंह:- धार्मिक अनुष्ठान या धार्मिक यात्रा, उच्च अध्ययन के अवसर, नवसंस्कृति से संपर्क, दूरस्थ यात्रा या गुरुजनों का सहयोग।

कन्या:- भय अथवा निराशा, नकारात्मक मानसिकता में वृद्धि, गुप्त विद्या की और रुझान, कार्य मे रुकावट या बाधा, पत्नी अथवा मित्र से धन लाभ की इच्छा।

तुला:- नए मित्रों से संपर्क या व्यापार में साझेदारी, पुराने मित्रों से असंतोष, जीवनसाथी के स्वास्थ्य या कार्य की चिंता, जलयात्रा के योग।

वृश्चिक:- रोग, ऋण या शत्रु बाधा, वाद-विवाद या कानूनी प्रक्रिया, दैनिक जीवन या दैनिक कार्यों में दिक्कत, पालतू जानवर की चिंता, स्वास्थ्य संबंधी समस्या, शोषित वर्ग या पीड़ित वर्ग हेतु कार्य।

धनु:- रचनात्मक अथवा सृजनशीलता में वृद्धि, प्रेम प्रसंग या संतान संबधी चिंता, सट्टेबाजी की मनोवृत्ति, स्नातक अध्ययन।

मकर:- नूतन निर्माण या ग्रह स्थान में परिवर्तन की इच्छा, माता से मतभेद अथवा माता के स्वास्थ्य की चिंता, गृह स्थान से दूरी, मन में बेचैनी।

कुंभ:- छोटे भाई बहनों अथवा पड़ोसियों से मतभेद, साहसिक कार्य, कम दूरी की यात्रा, क्रय विक्रय के कार्य में सफलता, नेतृत्व की क्षमता में बढ़ोतरी।

मीन:- स्थायी संपत्ति का निर्माण की इच्छा, पारिवारिक जिम्मेदारी की अधिकता या पारिवारिक मतभेद,संचित धन में कमी और वाणी दोष या कठोर वाणी।