भरतपुर के आयुर्वेद महाविद्यालय को मिली मान्यता : भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग ने दी 60 सीटों पर प्रवेश की स्वीकृति

आयुर्वेद मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग के प्रयासों से मिली मान्यता

विनय एक्सप्रेस समाचार, भरतपुर। आयुर्वेद मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग के प्रयासों से भरतपुर के राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय को बीएएमएस की 60 सीटों पर प्रवेश की मान्यता मिल गई है। यह मान्यता भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग द्वारा प्रदान की गई है। प्रवेश के लिए 60 सीटों में से 15 प्रतिशत सीटें ऑल इण्डिया कोटे की होंगी शेष सीटों पर राजस्थान सरकार प्रवेश दे सकेगी।
डॉ. गर्ग ने बताया कि भारतीय चिकित्सा पद्धति के राष्ट्रीय आयोग द्वारा भरतपुर आयुर्वेद कॉलेज को दी गई स्वीकृति के बाद वर्ष 2022-23 से नये विद्यार्थियों को बैचलर ऑफ आयुर्वेद मेडिसिन एण्ड सर्जरी (बीएएमएस) अध्ययन के लिए प्रवेश मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि इस महाविद्यालय में योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के विद्यार्थी भी अध्ययन कर रहे हैं। जिन्हें डॉ. सर्वेपल्ली राधाकृष्णन आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर द्वारा उपाधि प्रदान की जायेगी।
महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. रीना खण्डेलवाल ने बताया कि आयुर्वेद महाविद्यालय में अध्ययन करने वाले विद्यार्थी एसबीके स्कूल के सामने स्थित राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय में रोगियों के उपचार सम्बन्धित प्रायोगिक अध्ययन कर सकेंगे। अब यह चिकित्सालय आयुर्वेद महाविद्यालय का चिकित्सालय होगा।