विनय एक्सप्रेस समाचार, भरतपुर। जिला कलक्टर आलोक रंजन के निर्देशानुसार जिले में सडक दुर्घटनाओं में कमी लाने के उद्देश्य से सडक सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। सडक सुरक्षा सप्ताह के तहत यातायात पुलिस के साथ परिवहन विभाग के उडनदस्ते ने संयुक्त प्रवर्तन कार्यवाही करते हुए 206 चालान बनाये गये तथा आमजन को सडक सुरक्षा नियमो की पालना हेतु समझाइश की गई।
प्रादेशिक परिवहन अधिकारी सतीश कुमार द्वारा अवगत करवाया गया कि सडक सुरक्षा सप्ताह के तहत प्रादेशिक परिवहन कार्यालय परिसर में सडक सुरक्षा प्रर्दशनी का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी का शुभारंभ अति. जिला कलक्टर (प्रशासन) श्रीमति बीना महावर एवं अति. जिला पुलिस अधीक्षक सीपी शर्मा द्वारा फीता काटकर किया गया साथ ही प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया गया।
अति. जिला कलक्टर (प्रशासन) ने सडक सुरक्षा नियमों को दैनिक दिनचर्या में शामिल करने की बात कहते हुए सभी को सडक सुरक्षा की शपथ दिलायी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अति. पुलिस अधीक्षक ने अपने संबोधन में कहा की सडक दुर्घटना से हाने वाली क्षति समाज एवं परिवार के लिये बहुत बडी क्षति है। वाहन संचालन करते समय यातायात नियमों का पालन करने के साथ साथ हेलमेट एवं सीट बैल्ट के प्रयोग पर जोर दिया।
कार्यक्रम में सडक सुरक्षा के प्रभारी अधिकारी दिलीप कुमार तिवारी ने सडक सुरक्षा के दौरान किये गये आयोजनों का संक्षिप्त परिचय देते हुए सडक सुरक्षा के प्रति सजगता बरतने के लिए आमजन से अपील की। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन प्रवर्तन कार्य एवं समझाइश के रूप में कार्य करते हुए जनजागृति अभियान जारी रहेगा। कार्यक्रम में प्रभारी यातायात पुलिस रामचन्द्र मीणा एवं उनकी टीम तथा परिवहन कार्यालय के परिवहन निरीक्षक मनोज इंदौलिया, सहा. लेखाधिकारी दिनेश शर्मा, सुभाष शर्मा , सूचना सहा. चन्द्रपाल सिंह, मानवेन्द्र सिंह सहा प्रशा. अधि. अनिल शर्मा, भानू प्रताप, संजीव गुप्ता, कनि. सहा. जितेन्द्र शर्मा, विवेक त्यागी आदि के साथ साथ सैंकडों आमजन उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में प्रादेशिक परिवहन अधिकारी सतीश कुमार ने सभी आगंतुक अतिथियों का आभार व्यक्त किया तथा आमजन को बताया कि यह अत्यंत दुखदायी है कि पढे लिखे युवा सडक सुरक्षा की जानकारी होने के उपरान्त भी सडक सुरक्षा चक्र को तोडकर सडक दुर्घटनाओं का शिकार होते हैं। उन्होंने सभी से अपील की है कि वह सडक सुरक्षा के प्रति स्वंय जागरूक रहकर अपने परिवार एवं परिचितों को भी जागरूक करें।