देश की व्यवस्था को सुधारने के लिए किसान को उद्यमी बनाना आवश्यक-प्रो.राठौड़

विनय एक्सप्रेस समाचार, भीलवाडा। महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर के कुलपति प्रोफेसर नरेन्द्र सिंह राठौड़ के मुख्य आतिथ्य एवं निदेशक प्रसार शिक्षा की अध्यक्षता में कृषि विज्ञान केन्द्र की वैज्ञानिक सलाहकार समिति बैठक का आयोजन किया गया।

माननीय कुलपति ने बताया कि जिले के किसानों की आय में वृद्धि करने के लिए सबसे पहले यह जानना आवश्यक है कि कृषि में क्या करें-क्या न करें साथ ही देश की व्यवस्था को सुधारने के लिए किसान को उद्यमी बनाना आवश्यक बताया। प्रोफेसर राठौड़ ने प्राकृतिक खेती, फूड सेफ्टी, द्वितीयक प्रसंस्करण, एवं मार्केटिंग के प्रति किसानों का ध्यान आकृष्ट करने पर जोर दिया।

डॉ. आर. ए. कौशिक, निदेशक प्रसार शिक्षा ने केन्द्र एवं अन्य सम्बन्धित विभागों से समन्वय स्थापित कर जिले में कृषि की नवीनतम तकनीकी के प्रसारण पर बल दिया साथ ही प्रशिक्षणों एवं प्रदर्शनों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की आवश्यकता प्रतिपादित की। महिला एवं बाल विकास विभाग के सामंजस्य द्वारा महिलाओं के पोषण एवं स्वास्थ्य स्तर का बेस लाईन सर्वे करने की बात कही।

उपनिदेशक कृषि एवं पदेन परियोजना निदेशक आत्मा भीलवाड़ा डॉ. जी. एल. चावला, ने नवाचार के तहत प्रतापधन मुर्गियों की इकाई किसानों को उपलब्ध करवाने की आवश्यकता प्रतिपादित की जो किसानों की आय बढ़ाने में कारगर साबित होगी। डॉ. पी.के.पंचोली, संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग भीलवाड़ा ने बताया कि किसानों के हित के कार्यों हेतु कृषि विज्ञान केन्द्र एवं पशुपालन विभाग साथ-साथ कार्य करेगा।

डॉ. एल. एल. पंवार, प्रोफेसर कृषि महाविद्यालय भीलवाड़ा ने बताया कि महाविद्यालय द्वारा नवीनतम किस्मों का बीज उत्पादन कार्यक्रम लिया जा रहा है अतः किसान भाई उन्नत किस्मों का बीज उचित कीमत पर खरीद सकते है।

केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. सी. एम. यादव ने वार्षिक प्रगति प्रतिवेदन एवं आगामी कार्य योजना का प्रस्तुतिकरण करते हुए केन्द्र की गतिविधियों से अवगत कराया। बैठक से पूर्व केन्द्र के शस्य वैज्ञानिक डॉ. के. सी नागर ने विगत वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक में प्राप्त सुझावों पर की गई कार्यवाही का प्रस्तुतिकरण करते हुए फसल उत्पादन एवं उद्यानिकी से सम्बन्धित वार्षिक प्रगति प्रतिवदेन प्रस्तुत किया।

बैठक में महिला एवं बाल विकास की श्रीमती राजेश शर्मा, उद्यान विभाग के सहायक निदेशक डॉ. के. जी छीपा, मत्स्य विभाग के श्री अनिल जोशी, महेन्द्र सिंह चुण्ड़ावत, गोपाल लाल टेपन, प्रकाश कुमावत, दिनेश सोलंकी, दिनेश पंवार, एफपीओं के हार्दिक श्रीवास्तव, एमपी नारायणन, पी एल प्रजापति, प्रगतिशील महिला किसान श्रीमती कस्तुर देवी जाट, प्रगतिशील कृषक आदि ने भाग लिया। डॉ. के. सी. नागर ने आगन्तुक अतिथितियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।