विनयएक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। आज शहर में कोरोना महामारी के चलते जहाँ जरुरतमंद व्यक्तियों को स्वयंसेवी संस्थानों , प्रशासन से सहायता मिल जाती है वहीं दुसरी ओर निराश्रित पशुओं के लिए आए इस संकट का उबारने के लिए लक्ष्मीनाथ मंदिर घाटी क्षेत्र के कुछ नौजवानों ने जिम्मेदारी ली है। इन युवकों का लक्ष्य है कि आस-पास क्षेत्र में कोई पशु भी भूख से न तड़पे इसके लिए लक्ष्मीनाथ जी घाटी, नाईयों की गली स्थित चुरा भवन में गायों के लिए चारा, गुड और श्वान के लिए रोटिया ,हलवे की अनूठी व्यवस्था कि जा रही है। युवाओं द्वारा हर रोज 30 किलो आटे की रोटिया बनाई जाती है फिर दो से तीन घंटे उन रोटियों की सुखाने के बाद पशुओ को दिया जाता है एवं एक दिन छोड़ कर एक दिन तीस किलो गुड़ का हलवा बनाया जाता है जिसके लिए निःस्वार्थ भाव से कार्यकर्ता सुबह व शाम लगातार अपनी सेवाएं दे रहे है। युवाओं का लक्ष्य है कि ये मूक प्राणी भी भूख से न तड़पे इसी क्रम मे सभी कार्यकर्ताओं ने यथाशक्ति खाने के सामान प्रबंध करने का बीड़ा उठाया है।
इस नेक कार्य के लिए नवरत्न चुरा ,बजरंग चुरा, लोकेश सोनगरा, मनीष राठौड़, कालु राठौड, आनंद परिहार, गोविंद चुरा, राधेश्याम चुरा, विष्णु सेन, देवेंद्र सेन, कार्तिक अग्रवाल, बबलु बीकानेरी, नरेश चुरा, आदि महत्वपूर्ण योगदान दे रहें है। लोकेश सोनगरा ने बताया कि निराश्रित पशुओं के लिए यह सेवा कार्य लाॅकडाउन रहने तक अनवरत जारी रहेगा।