विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट योजना 2021 के तहत अनुजा निगम द्वारा शहरी क्षेत्र के अनुसूचित जाति, जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग के युवाओं व बेरोजगार को बिना ब्याज के 50 हजार रूपये तक का ऋण दिया जायेगा। अनुजा निगम के परियोजना निदेशक एल.डी.पंवार ने बताया कि शहरी क्षेत्र में रोजगार-स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने तथा रोजमर्रा की जरूरतों के लिए वित्तीय संसाधन उपलब्ध कराने के लिए इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट योजना 2021 लागू की गई है। उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्र में रोजगार व स्वरोजगार लगाने के लिए यह ऋण दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि योजना का प्रमुख लक्ष्य शहरी क्षेत्र के अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के युवाओं तथा बेरोजगारों को स्ट्रीट वेंडर्स, अनौपचारिक क्षेत्र मंे आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराने वाले लोगों को जैसे कि हेयर ड्रेसर, रिक्शा वाला, कुम्हार, खाती, मोची, मिस्त्री, दर्जी, धोबी, रंग पेंट करने वाले, नल-बिजली मरम्मत करने वाले आदि बेरोजगार युवाओं को आर्थिक संबंल प्रदान कर पुर्स्थापित करने के लिए बिना किसी गारंटी के ब्याज रहित एक वर्ष के लिए अधिकतम 50 हजार रूपये का ऋण दिया जायेगा। योजना के तहत ब्याज का शत-प्रतिशत अनुदान राज्य सरकार द्वारा दिया जायेगा। ऋण राशि का पुनर्भभुगतान 12 माह में कराना होगा। ऋण के मोरेटोरियम की अवधि 3 माह की होगी। पंवार ने बताया कि ऋण के लिए पात्रता अनुसार प्रार्थी को राजस्थान का स्थाई निवासी के साथ ही शहरी क्षेत्र में निवासरत होना चाहिए। प्रार्थी की आयु 18 से 40 वर्ष हो तथा जिसे बेरोजगारी भत्ता नहीं मिल रहा हो। गलियों में काम कर रहे व्यापारी जिन्हें स्थानीय शहरी निकाय द्वारा विक्रय हेतु प्रमाण-पत्र अथवा पहचान पत्र दिया हो या जिनके पास स्थानीय शहरी निकाय अथवा टाउन वेंेिडग कमेटी द्वारा रिकमन्डेशन लेटर दिया हो। आवेदक की मासिक आय 15 हजार या इससे अधिक होने या कुल पारिवारिक मासिक आय 50 हजार या उससे अधिक होने पर ऋण प्राप्त करने के पात्र नहीं होंगे।