अपने शहर की सस्कृति व सेवा को प्रदर्शित करने का मौका है रीट परीक्षा- आइये सब मदद करें:- ओझा

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। प्रशासन व अनेक संस्थाओं द्वारा परीक्षार्थियों के लिये व्यवस्था की गई है,चूंकि बहुत बड़ी संख्या में परीक्षार्थी होंगे इसलिये शहर के हर शहरवासी को इसकी सफलता के लिये प्रशासन की मदद करने में अपनी नैतिक भूमिका अदा करनी चाहिये तथा ठहरने से परीक्षा सेंटर में प्रवेश करने तक बीच रास्ते में भी कोई कठिनाई न हो इसका भी ख्याल रखना चाहिये। रमक झमक संस्था के अध्यक्ष प्रहलाद ओझा ‘भैरु’ ने कहा है कि पुरानी परीक्षाओं में देखा गया है कि परीक्षार्थी अपने ठहरने के स्थान से सेंटर के लिये 3 4 घण्टे पहले चल देते है और सेंटर के नजदीक मोहल्लों -गलियों में फुटपाथ या चौकियों गलियों में बैठकर भी तैयारी का रिवीजन करते रहते है।
इसबार परीक्षार्थी ज्यादा आ रहे है इसलिये रमक झमक का आग्रह है कि (1)अपने गली मोहल्लों में बाहर वाहन खड़े करने वाले plz 1 दिन बाहर खड़ा न करें जिससे यातायात बाधित न हो।(2)सेंटर के नजदीक या रास्ते में अगर आपका मकान है और परीक्षार्थी तेज धूप में खड़े बचने का प्रयास करते हो या अचानक आई बरसात से भीग रहे हो तो मानवीय परिचय देते है अस्थाई तत्कालिक जो व्यवस्था कर सकें वो करें।
(3) पेय जल की उचित व्यवस्था करें।
(4)आपके घर से बाहर या बाउंड्री वाल में जिनके शौचलय बने हो वो आवश्यकता वाली महिला अभ्यर्थी को उपयोग करने की सुविधा देवे।
रमक झमक का मानना है कि रीट के जरिये अन्य शहरों को हम अपने शहर की सेवा सस्कृति से रूबरू करवा सकते है।इसलिये हर व्यक्ति अपनी सामाजिक जिम्मेदारी, नैतिक जिम्मेदारी व राष्ट्रीय जिम्मेदारी समझे और अपनी भूमिका अदा करे,सभी वर्ग के परीक्षार्थियों को अपने परिवार का बच्चा समझकर उनको कोई दिक्कत न हो ऐसा प्रयास करें तथा सरकार/प्रशासन का सहयोग करें उनकी गाइड लाइन की भी पालना करें।