जिला कलक्टर ने कानासर में आयोजित शिविर का किया अवलोकन : शिविरों में ग्रामीणों को मिले अधिक से अधिक राहत

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। जिला कलक्टर नमित मेहता ने शुक्रवार को कानासर में प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत आयोजित शिविर का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप 22 विभागों के वरिष्ठ अधिकारी गांव-गांव पहुंचकर ग्रामीणों के लंबित कार्यों का निस्तारण कर रहे हैं। माननीय मुख्यमंत्री की भावना है कि इन शिविरों में ग्रामीणों को ज्यादा से ज्यादा राहत मिले तथा उनक लिए यह शिविर लाभदायक साबित हो। इसके मद्देनर प्रत्येक विभाग के अधिकारी भी पूर्ण गंभीरता से कार्य करें तथा यह सुनिश्चित करें कि शिविरों के दौरान प्राप्त अधिक से अधिक आवेदनों का मौके पर ही निस्तारण हो। यदि कोई प्रकरण तत्काल निस्तारण योग्य नहीं है, तो उसे शिविर के पश्चात् अगले एक-दो दिन में निस्तारित करें और संबंधित व्यक्ति को इसकी जानकारी दें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक अधिकारी शिविरों की गंभीरता को समझें और प्रो-एक्टिव तरीके से कार्य करें। शिविरों के दौरान प्रत्येक विभाग की योजना से ग्रामीणों को अवगत करवाया जाए तथा अधिक से अधिक पात्र लोगों को इनसे लाभांवित किया जाए।


जानी प्रत्येक विभाग की प्रगति
जिला कलक्टर ने सभी 22 विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल्स का अवलोकन किया तथा शिविर के दौरान किए गए कार्यों की प्रगति जानी। उन्होंने कहा कि सभी विभाग प्रत्येक शिविर के लिए लक्ष्य निर्धारित करें और इसकी प्राप्ति भी सुनिश्चित करें। उन्होंने शिविर प्रभारी तथा उपखण्ड अधिकारी अशोक कुमार बिश्नोई को निर्देशित किया कि विभागीय गतिविधियों की सतत मॉनिटरिंग करें।
सुनी ग्रामीणों की समस्याएं
इस दौरान जिला कलक्टर ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। कानासर में उचित मूल्य की दुकान खोलने, स्वास्थ्य केन्द्र को क्रमोन्नत करने तथा आबादी भूमि का विस्तार करने की ग्रामीणों की मांगों के संबंध में उन्होंने कहा कि संबंधित विभागीय अधिकारी के माध्यम से इनकी पात्रता की जांच करवाई जाएगी और पात्र पाए जाने की स्थिति में अग्रिम कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने सड़क, पेयजल, विद्युत के ढीले तारों को कसवाने जैसे प्रकरणों के निस्तारण के निर्देश दिए।
कन्या जन्मोत्सव मनाया, दिया बधाई संदेश
शिविर के दौरान जिला कलक्टर ने महिला अधिकारिता विभाग द्वारा आयोजित बेटी जन्मोत्सव कार्यक्रम के तहत बच्ची की माता को चूनरी ओढाई और कन्या जन्म पर बधाई संदेश प्रदान किया। इस अवसर पर स्कूल नहीं जाने वाली बालिकाओं को स्कूल से जोड़कर उन्हें पठन-पाठन सामग्री प्रदान की गई। जिला कलक्टर ने बेटियों को पढ़ाने का आह्वान किया और कहा कि आज बेटियां भी आगे बढ़ रही हैं। ऐसे में इन्हें पर्याप्त अवसर दिए जाएंगे।


मघाराम की वर्षों पुरानी समस्या का हुआ समाधान
इस अवसर पर जिला कलक्टर ने लाभार्थियों को आबादी भूमि पट्टा, सोइल हैल्थ कार्ड, खाता विभाजन, खातेदारी अधिकारी तथा नाम शुद्धिकरण आदेश आदि प्रदान किए। प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत कानासर में आयोजित शिविर में मघाराम की वर्षों पुरानी समस्या का समाधान हुआ। शिविर में उपस्थित होकर उसने बताया कि राजस्व रिकॉर्ड में उसके पिता का नाम मूलाराम मेघवाल की बजाय नैनूराम दर्ज हो गया। इस कारण उसे परेशानी का सामना करना पड़ता है। उसने राजस्व रिकॉर्ड में शुद्धिकरण का आवेदन किया। इस पर पीठासीन अधिकारी द्वारा मघाराम के प्रार्थना पत्र, पटवारी एवं भू-अभिलेख निरीक्षक की रिपोर्ट और तहसीलदार की अनुशंसा के आधार पर राजस्थान भू-राजस्व अधिनियम 1956 की धारा 136 के तहत नाम शुद्धिकरण के आदेश किए। जिला कलक्टर के हाथों यह आदेश पाकर मघाराम ने राज्य सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे इन शिविरों को ग्रामीणों के लिए लाभकारी बताया।
इस दौरान जिला परिषद सदस्य सरिता चौहान, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिद्धार्थ पलनिचामी, महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक शारदा चौधरी, उपखण्ड अधिकारी अशोक कुमार बिश्नोई, तहसीलदार कालूराम, विकास अधिकारी दिनेश कुमार मिश्रा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।