उच्च शिक्षा मंत्री ने बच्छासर में किया शिविर का अवलोकन : कालबेलिया समाज की 35 साल पुरानी समस्या का करवाया समाधान

अंतिम पत्रावली के निस्तारण तक शिविर स्थल पर रहें अधिकारी-भाटी

विनय ऐक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने शनिवार को प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत बच्छासर में आयोजित शिविर का अवलोकन किया। सभी विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल्स पर पहुंचकर उनके द्वारा करवाए जा रहे जनहित के कार्यों के बारे में जाना तथा ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। अधिकारियों को निर्देश दिए कि सरकार की मंशा के अनुरूप अधिक से अधिक लोगों को राहत प्रदान करें। अंतिम पत्रावली के निस्तारण तक अधिकारी शिविर स्थल पर रहें। फॉलोअप शिविर भी लगाएं। उन्होंने कहा कि आशा लेकर आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की वाजिब समस्या का समाधान शिविर में हो, यह सुनिश्चित किया जाए। इस दौरान मंत्री भाटी ने लाभार्थियों को पट्टा, खाता विभाजन, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, पेंशन आदेश सौंपे तथा सब्सिडी युक्त कृषि यंत्र किसानों को प्रदान किए।

कालबेलिया समाज के पचास परिवारों को मिली राहत
इस दौरान मंत्री भाटी के निर्देश पर उपखण्ड अधिकारी अशोक कुमार विश्नोई ने राजस्थान भू-राजस्व अधिनियम 1956 की धारा के तहत तहसीलदार की अनुशंषा के आधार पर ग्राम पंचायत बच्छासर में आबादी भूमि के लिए खसरा संख्या 121 में 3.76 हैक्टेयर भूमि आरक्षित करने के आदेश पारित किए। मंत्री ने बच्छासर सरपंच ईसरराम मेघवाल को यह आदेश सुपुर्द किए और कहा कि इससे गांव में 35 वर्षों से रहने वाले कालबेलिया समाज के लगभग 50 परिवारों की वर्षों पुरानी समस्या का समाधान होगा। अब तक इन परिवारों की आबादी राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज नहीं थी। ना ही इनके पास आवासीय भूमि का पट्टा था। उन्होंने इन सभी परिवारों को आवासीय भूमि का पट्टा अतिशीघ्र देने के निर्देश दिए। साथ ही इस आरक्षित भूमि को हाथोहाथ सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज करने को कहा। अधिकारी के अनुपस्थित रहने पर जताई नाराजगी
शिविर में पीएचइडी प्रोजेक्ट के अभियंता के अनुपस्थित रहने को उन्होंने गंभीरता से लिया और नाराजगी जताते हुए जिला कलक्टर को इससे अवगत करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोई भी अधिकारी बिना वजह अनुपस्थित नहीं रहे। बच्छासर के राजकीय माध्यमिक विद्याालय में छात्रों और छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय बनवाने के लिए तीन-तीन लाख रुपये स्वीकृत करने के लिए विकास अधिकारी को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि स्कूल को उच्च माध्यमिक स्तर तक क्रमोन्नत करवाने तथा यहां जिला परिषद, डीएफएफटी फंड, रमसा सहित अन्य मदों से अतिरिक्त कक्षा कक्ष बनवाने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि गांव के लिए पेयजल टंकी और घर-घर कनेक्शन का कार्य स्वीकृत कर दिया गया है। पीएचइडी द्वारा यहां ट्यूबवेल बनाया गया है, लेकिन इस पर विद्युत कनेक्शन नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि अगले तीन दिनों में विद्युत कनेक्शन करते हुए उन्हें अवगत करवाएं। चावड़ा बस्ती में स्वीकृत ट्यूबवेल का कार्य शीघ्र प्रारम्भ करने के निर्देश दिए।
अलग ग्राम पंचायत बनाने की मांग हुई पूरी
भाटी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने बच्छासर को अलग ग्राम पंचायत बनाने की मांग पूरी कर दी। पंचायत बनने के बाद यहां विकास के रास्ते खुले हैं। अभियान के तहत इस ग्राम पंचायत में शिविर हुआ है। अधिकारी आपके द्वार पहुंचे हैं और समस्याओं का समाधान हो रहा है। उन्होंने कहा कि जब-जब श्री अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने हैं, उन्होंने प्रशासन गांवों और शहरों के संग जैसे महत्वाकांक्षी अभियान चलाए हैं तथा इनसे आमजन को भरपूर लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि इस बार फिर यह अभियान चल रहा है। ग्रामीण इन शिविरों का लाभ उठाएं। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों की तकलीफ समझते हुए वरिष्ठजन पेंशन प्रारम्भ की की। इस बार सरकार गठन के ठीक बाद केबिनेट की पहली बैठक में पेंशन राशि बढ़ाने का बड़ा निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि राजस्व रिकॉर्ड से संबंधित शुद्धिकरण, खाता विभाजन, जन्म प्रमाण पत्र जारी जैसे कार्य अविलम्ब किए जाएं। अधिक से अधिक लोगों को पेंशन से जोड़ें। पात्र बच्चों को पालनहार योजना की स्वीकृति दी जाए।
राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज हुआ सही नाम
शिविर के दौरान उपस्थित होकर बच्छासर निवासी किशोरसिंह ने बताया कि राजस्व रिकॉर्ड में उसका नाम केशू सिंह पुत्र सीतूसिंह दर्ज है। इससे उसे बहुत परेशानी होती है तथा वह सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं उठा सकता। इस पर तत्काल नाम शुद्धि करते हुए उसे आदेश दिए गए। कृषक मोडाराम और मांगूसिंह को पचास प्रतिशत सब्सिडी के साथ बेटरी चलित मेपसेक स्प्रेयर प्रदान किए गए। वहीं 20 किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड मिले। इस दौरान उपखण्ड अधिकारी अशोक कुमार, विकास अधिकारी दिनेश कुमार मिश्रा, जिला परिषद सदस्य ओमप्रकाश गोदारा, पंचायत समिति सदस्य रामनिवास गोदारा, कोलासर सरपंच राधेश्याम, पूर्व सरपंच रामदेव, अक्कासर सरपंच सुंदर राठी आदि मौजूद रहे।