आत्मविश्वास एवं दृढनिश्चय से लबरेज स्वयंसेवक राष्ट्र-निर्माण का पथ प्रदर्शक होता है : डॉ. गौरव बिस्सा

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। आत्मविश्वास एवं दृढनिश्चय से लबरेज स्वयंसेवक राष्ट्र-निर्माण का पथ प्रदर्शक होता है। यह उद्बोधन आज महाविद्यालय में आयोजित रासेयो विशेष शिविर के चतुर्थ दिवस पर मोटिवेशलन स्पीकर डॉ. गौरव बिस्सा ने कहे। डॉ. बिस्सा ने स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी को अपने जीवन में लक्ष्य निर्धारित कर दृढनिश्चय के साथ अपने जीवन में उत्तरोत्तर प्रगति के पथ पर आगे बढना चाहिए।

उन्होंने कहा कि विधि विद्यार्थी होने के नाते प्रत्येक स्वयंसेवक का यह पुनीत दायित्व है कि वह समाज में अपना कोई न कोई योगदान अवश्य करे। उन्होंने स्वयंसेवकों को बताया कि एक अकेला व्यक्ति भी धारा का निर्माण कर सकता है। उन्होंने विभिन्न उदाहरणों के साथ स्वयंसेवकों को समझाया कि देश के हर नागरिक को अपने समय, धन तथा ज्ञान को उचित रीति से उपयोग करते हुए समाज में योगदान के लिए भी अग्रसर रहना चाहिए। डॉ. बिस्सा ने महात्मा गांधी और स्वामी विवेकानन्द का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके पास कोई पद या ओहदा नहीं था फिर भी उन्होंने अपने जीवन आदर्शो तथा आचरण से समाज में सीख दी तथा आज के समय में भी उनके जीवन आदर्श प्रासंगिक है। सत्र के अन्त में सभी विद्यार्थियों ने खडे. होकर डॉ. बिस्सा का अभिवादन किया तथा स्वयंसेवकों ने आश्वस्त किया कि वे निश्चित रूप से आगामी जीवन में समाज के लिए प्रेरणा देने वाले कार्य करेंगे।


इससे पूर्व रासेयो की दोनों इकाईयों के स्वयंसेवकों ने कार्यक्रम अधिकारी डॉ. शराफत अली एवं कार्यक्रम अधिकारी डॉ. प्रीति कोचर तथा व्याख्याता डॉ. रीतेश व्यास, डॉ. बालमुकुन्द व्यास, डॉ. भरत जाजड.ा, डॉ. राकेश धवन के नेतृत्व में गोद लिए गॉंव घड़सीसर में घर घर जाकर स्थानीय निवासियों को कोरोना से रोकथाम के उपायों के बारे में जानकारी दी। तथा साथ ही वेक्सीनेशन से सम्बन्धित भ्रांतियों को दूर करने का प्रयास किया। स्वयंसेवकों ने विभिन्न दल बनाकर प्रत्येक घर में जाकर सभी नागरिकों को दोनों वेक्सीन डोज लगाने, 60 वर्ष से अधिक के नागरिकों को बूस्टर डोज लगाने तथा 15 वर्ष से अधिक के बच्चों को प्रथम वेक्सीन लगाने के लिए प्रेरित किया। इसके साथ ही स्वयंसेवकों ने एक स्वास्थ्य चैतना रैली का आयोजन कर भी ग्रामवासियों तथा राहगीरों को कोरोना रोकथाम के उपायों तथा कोरोना पीड़ितों को बीमारी से बचाव के तरीकों तथा सभी नागरिकों को वेक्सीन डोज लगवाने के लिए प्रेरित किया।

इस दौरान ग्रामवासियों ने भी उत्साहपूर्वक स्वयंसेवकों का मनोबल बढाते हुए आश्वस्त किया कि अधिकांश लोगों ने वेक्सीन डोज लगवा ली है तथा जिन भी लोगों ने जो भी पात्र है अगर डोज नहीं लगवाई है तो वे निश्चित रूप से वेक्सीन डोज लगवा लेंगे।
इससे पूर्व चतुर्थ दिवस की शुरूआत में महाविद्यालय की रासेयो की दोनों इकाईयों के द्वारा योगाभ्यास किया गया जिसमें योग गुरू श्री दीपक चांवरिया के द्वारा योग की विभिन्न मुद्राओं का अभ्यास स्वयंसेवकों को करवाया गया। श्री चांवरिया ने भस्त्रिका प्राणायाम, अनुलोम-विलोम एवं अन्य विभिन्न मुद्राओं के द्वारा स्वयंसेवकों को योगाभ्यास करवाया जिसके पश्चात स्वयंसेवकों ने प्रतिदिन योगाभ्यास करने की शपथ भी ली एवं अपने आस पास के लोगों को नियमित योगाभ्यास करने के लिए प्रेरित करने हेतु आश्वस्त भी किया।


इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अनन्त जोशी ने आगन्तुको तथा अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया तथा साथ ही स्वयंसेवकों के द्वारा किए जा रहे सफाई कार्य तथा जन जागरूकता कार्यक्रम के लिए बधाई दी। तथा साथ ही उन्हें आगामी दिवसों में तथा दैनिक जीवनचर्या में इस प्रकार कार्य करते रहने हेतु प्रेरित किया।
रासेयो शिविर के तीसरे दिन का समापन स्वयंसेवकों के द्वारा राष्ट्रगान के द्वारा किया गया।