विनय एक्सप्रेस न्यूज़ अलवर. नगर सुधार न्यास (UIT) अलवर के जूनियर इंजीनियर को सोमवार को ACB ने 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। ACB की टीम देख JEN ने भागने की कोशिश की। लेकिन, टीम ने उसे दबोच लिया। टीम ने उसकी जेब से रिश्वत की राशि भी बरामद कर ली। खास बात यह है कि ACB ने JEN को UIT ऑफिस की उस जगह से गिरफ्तार किया, जहां रिश्वत मांगने पर शिकायत करने का बोर्ड लगा है। JEN नवीन कुमार दुआ परिवादी से पहले भी 50 हजार रुपए रिश्वत ले चुका था।
परिवादी ने नाम उजागर नहीं किया
ACB के ASP विजय सिंह ने बताया कि परिवादी UIT का ठेकेदार है। इसके निर्माण से जुड़े करीब 7 लाख रुपए के बिलों का भुगतान किया था। बिल पास करने के लिए नवीन ने 3 प्रतिशत रिश्वत मांगी थी। यह राशि परिवादी ने सोमवार को नवीन को थमाई। इसके तुरंत बाद ACB की टीम पहुंची।
पहले भी 50 हजार रुपए ले चुका था
विजय सिंह ने बताया कि नवीन ने पहले भी दूसरे निर्माण कार्यों के बिल पास करने के नाम पर करीब 50 हजार रुपए की रिश्वत ली थी। इसके बाद अब दूसरे कार्यों के बिल पास करने के नाम पर रिश्वत मांगी थी।
कोरोना से पहले की फाइल
ACB के अधिकारी ने बताया कि कोरोना संक्रमण की शुरुआत के समय भी ठेकेदार की फाइल है। अब तक पास नहीं हो सकी है। तीन प्रतिशत कमीशन नहीं चुकाने के कारण फाइल को आगे नहीं बढ़ाया।
3 प्रतिशत की मोटी रिश्वत
ASP ने बताया कि परिवादी से मिली जानकारी के मुताबिक, UIT में बिल पास होते समय कई स्टेप पर तीन-तीन प्रतिशत रिश्वत ली जाती है। इससे पहले कई कार्यों के बिलों को पास कराने के लिए मोटी रिश्वत दी है। लेकिन, इतनी बड़ी रिश्वत देना मुश्किल हो गया तो उसने ACB को शिकायत कर दी।
कार्रवाई से अधिकारी भी बाहर नहीं जा सके
ACB की कार्रवाई के दौरान UIT के अधिकारी कार्यालय से बाहर नहीं जा सके। उनकी गाड़ियां अन्दर परिसर में खड़ी थी। कार्रवाई के दौरान मुख्य गेट बंद रखने के निर्देश दिए गए थे। इस कारण लंच के समय अधिकारी बाहर नहीं जा पाए। दफ्तर में कर्मचारी आपस में यही चर्चा करते रहे। सब एक दूसरे यही पूछते रहे कि शिकायत करने वाला कौन है? जबकि शिकायतकर्ता ने पहले ही ACB से कह दिया था कि उसका नाम उजागर नहीं किया जाए।