विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। पूर्वोत्तर राष्ट्रीय नाट्य समारोह के चौथे दिन मंगलवार को लोक परंपराओं को जीवंत करती बीकानेर की नौटंकी शहजादी रम्मत का मंचन रविंद्र रंगमंच पर हुआ। आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम की श्रंखला में भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की स्वायत्त संस्थान राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय द्वारा आयोजित पांच दिवसीय नाट्य समारोह में पूर्वोत्तर के रंगकर्मियों ने इसका जमकर लुत्फ उठाया।
नाट्य समारोह प्रभारी रामजी बाली ने बताया कि कृष्ण कुमार बिस्सा द्वारा निर्देशित रम्मत में विष्णुदत्त बिस्सा ने भाभी, बलदेव दास बिस्सा ने भाई, विकास पुरोहित ने मालिन, मनोज कुमार व्यास ने नौटंकी शहजादी, इंद्र कुमार बिस्सा ने कोतवाल का किरदार निभाया। गोविंद गोपाल बिस्सा ने हारमोनियम एवं मनीष व्यास ने नगाड़ों पर संगत की। नौटंकी शहजादी रम्मत में पंजाब के दो राजकुमार भूपसिंह एवं फूलसिंह की विवाह स्थिति, फूलसिंह द्वारा हुकूमत को नकारना, देवर और भाभी की हँसी ठिठौली, नौटंकी एवं फूलसिंह की मन:स्थिति को व्यक्त किया गया। लगभग 1 घन्टा 15 मिनट चली रम्मत का दर्शकों ने जमकर लुत्फ उठाया। उल्लेखनीय है कि लोक नाट्य रम्मत बीकानेर की लोकप्रिय विधा है। होली के अवसर पर सैंकड़ों वर्षों से शहरी परकोटे में इनका मंचन होता है। कार्यक्रम का संचालन संजय पुरोहित ने किया। इस दौरान विकास शर्मा, कमल किशोर पारीक, भरत राजपुरोहित, दमयंती सुथार, दयानंद शर्मा, तरुण गौड़, चांद रतन आचार्य, सौरभ कुमावत, राहुल चावला, कान नाथ गोदारा, गणेश सेवग आदि मौजूद रहे। इस अवसर पर शहर के अंदरूनी क्षेत्रों के लोग भी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। इन्होंने रम्मत के एक एक संवाद का भरपूर आनंद उठाया।