विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद्, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार की प्रेरणा से सामूहिक योग अभ्यास कार्यक्रम का आयोजन स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय परिसर में किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. आई. पी सिंह ने सभी को उद्बोधन देते हुवे कहा कि योग का अर्थ है जोड़ना ! हमें उत्तम स्वास्थ्य के लिए योग के माध्यम से शारीरिक के साथ – साथ सात्विक, मानसिक व आध्यात्मिकता को भी जीवन में जोड़ना है। नियमित योग, ध्यान, प्राणायाम, प्राकृतिक चिकित्सा आदि क्रियाओं का अभ्यास करने से हमे स्वस्थ जीवन मिलता है, इस लिए अपने जीवन को स्वस्थ व सुखी रखने के लिए नियमित योग का अभ्यास करते रहें।
निदेशालय छात्र कल्याण के निदेशक डॉ. वीरसिंह ने सभी अगंतुओ का स्वागत करते हुवे कहा की नियमित योग अभ्यास से हम अनेक घातक बीमारियो से बचाव कर सकते है। इस लिए योग को हमारे जीवन जीने की कला भी कहा जाता है। कार्यक्रम में डॉ. आर्तबंधु साहू, डॉ. एस सी मेहता, डॉ. निर्मला सैनी, होशियारसिंह मीना, अमित मजूमदार ने भी योग के महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के डॉ. पी एस शेखावत, डॉ. विमला डुकवाल, डॉ. एन के शर्मा, डॉ. राजीव नारोलिया, डॉ. आर के जाखड़, एल के पगारिया, कुलसचिव शंकरमान कपूर आदि ने भी योग अभ्यास में भाग लिया।
योग अभ्यास के कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के अलावा बैंक ऑफ बड़ौदा, रक्षा संपदा सार्किल बीकानेर, राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केंद्र, राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र, केंद्रीय शुष्क बागवानी संस्थान, केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान(काजरी) , एन सी सी, एन एस एस के विद्यार्थीयो सहित बड़ी संख्या में भाग लिया। कार्यक्रम में कुल 530 की उपस्थिति रही। योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र के योग शिक्षक दीपक चांवरिया व विद्यार्थियों ने योग अभ्यास करवाया। कार्यक्रम के अंत में डॉ. देवाराम काकड़ ने सभी का आभार वक्त किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. जयप्रकाश राजपुरोहित ने किया।