ग्रामीण विकास और पंचायती राज की योजनाओं के क्रियान्वयन में पूगल टॉप, बीकानेर सबसे निचले पायदान पर

जिला कलेक्टर ने की योजनाओं की समीक्षा

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर।  ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज और जलग्रहण की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बैठक सोमवार को जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल की अध्यक्षता में आयोजित हुई।


इस दौरान जिला कलक्टर ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण, मनरेगा, स्वच्छ भारत मिशन और पंचायत राज विभाग की विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन के आधार पर पूगल को पहला स्थान प्राप्त हुआ है। कोलायत को दूसरा, खाजूवाला को तीसरा और बज्जू खालसा को चौथा स्थान मिला। उन्होंने बताया कि इस सूची में बीकानेर सबसे निचले पायदान पर रहा, जबकि श्रीडूंगरगढ़ को पांचवां, पांचू को छठा, लूणकरणसर को सातवां और नोखा को आठवां स्थान मिला। उन्होंने कहा कि निचले पायदान पर रहने वाली पंचायत समितियां अपना परिणाम सुधारे। अन्यथा संबंधित अधिकारियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।


इन योजनाओं की हुई समीक्षा
बैठक के दौरान जिला कलक्टर ने मनरेगा, पीएमएवाई, राजीव गाध्ंाी जल संचय योजना, एसबीएम-ग्रामीण, सांसद एवं विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास योजना, बीएडीपी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन, महात्मा गांधी ग्रामीण जन भागीदारी योजना, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम और एफएसएसी, एसएफसी सहित ग्यारह प्रमुख योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत वित्तीय वर्ष 2021-22 के स्वीकृत आवास निर्माण में जिला प्रदेश में पहले स्थान पर है। इस उपलब्धि को बनाए रखें तथा शत-प्रतिशत आवास निर्माण प्राथमिकता से किए जाने सुनिश्चित करें।


नियोजित हुई शत प्रतिशत महिला मेट
जिला कलक्टर ने बताया कि मनरेगा के तहत चालू पखवाड़े में भी शत प्रतिशत महिला मेट नियोजित रही। इस पखवाड़े बज्जू खालसा में 21, बीकानेर में 62, श्रीडूंगरगढ़ में 43, खाजूवाला में 67, श्रीकोलायत में 13, लूणकरणसर में 47, नोखा में 74, पांचू में 65 तथा पूगल में 116 सहित कुल 508 महिला मेट कार्यरत रही। उन्होंने मनरेगा कार्यस्थलों पर श्रमिक बढ़ाने तथा इनका भुगतान निर्धारित समय पर सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान एमएलए-एमपी लैड के बकाया कार्यों की समीक्षा की गई।
बैठक में जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के., सहित समस्त विकास अधिकारी मौजूद रहे।