शिक्षा मंत्री डॉ. कल्ला ने किया उच्च जलाशय निर्माण के लिए भूमि पूजन

डेढ़ करोड़ की लागत से होगा निर्माण, पच्चीस हजार शहरवासियों को मिलेगी राहत

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर।  शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने एसडीएम राजकीय जिला चिकित्सालय में बनने वाले उच्च जलाशय का भूमि पूजन रविवार को किया। बारह सौ पचास किलोलीटर क्षमता के उच्च जलाशय की अनुमानित लागत 1.5 करोड़ रुपए है। इस अवसर पर डॉ. कल्ला ने कहा कि बीकानेर शहर और आसपास के 32 गांवों की वर्ष 2052 तक की पेयजल आवश्यकताओं को ध्यान रखते हुए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा 614 करोड़ रुपए की पेयजल योजना स्वीकृत की गई है। इस योजना के तहत शहर में नए जलाशय, जल शोधन संयंत्र और पानी की 15 टंकियां बनाई जाएंगी।

डॉ. कल्ला ने बताया कि इस उच्च जलाशय से नयाशहर, जेलवेल, नत्थूसर गेट और मुक्ता प्रसाद उपखंड क्षेत्र के अधीन पाबू बारी, पारीक चौक, जिन्ना रोड, चौखुटी, सर्वोदय बस्ती, चूना भट्टा, प्रताप बस्ती, विनोबा बस्ती और बाल्मीकि बस्ती आदि के लगभग 25 हजार लोगों को पर्याप्त दबाव और उचित मात्रा में पेयजल मिल सकेगा।

शिक्षा मंत्री ने बताया कि जिला अस्पताल (सेटेलाइट) का सुनियोजित विकास उनकी प्राथमिकता है। इसे ध्यान रखते हुए अस्पताल का आगामी 25 वर्षों का मास्टर प्लान तैयार करवाया जा रहा है।

अस्पताल परिसर में डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से एक भवन बनाया गया है। सोलर कंपनियों के सीएसआर मद से दूसरे भवन का निर्माण अंतिम चरण में है। अस्पताल के लिए विधायक निधि से 35 लाख रुपए की लागत से दो एंबुलेंस उपलब्ध करवाई गई है। पैंतालीस लाख रुपए व्यय कर यहां ऑक्सीजन प्लांट तैयार किया गया है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार, शिक्षा और चिकित्सा तंत्र के सुदृढ़कीकरण के लिए कृत संकल्प है। प्रदेश में 1350 महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले जा चुके हैं। दो हजार स्कूलें और खोली जाएंगी। इसी प्रकार स्कूलों में आधारभूत व्यवस्थाओं के विकास पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता अजय शर्मा ने शहरी वृहद पेयजल परियोजना के बारे में बताया।अधीक्षण अभियंता राजेश पुरोहित ने कहा कि वर्ष 2004 के बाद अब शहर के लिए इतनी बड़ी योजना स्वीकृत की गई है। इस दौरान पार्षद प्रफुल्ल हटीला, अधिशासी अभियंता विजय वर्मा, नफीस खान, सहायक अभियंता सुनील पुरोहित जिला शिक्षा अधिकारी (माशि) सुरेंद्र सिंह भाटी, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी (प्राशि) भंवरलाल शर्मा आदि मौजूद रहे।