विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल के मार्गदर्शन में चल रहे ‘माटी’ अभियान के तहत सोमवार को कानासर में कृषि गोष्ठी आयोजित हुई। इसमें कृषि विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ. सुरेन्द्र सिंह शेखावत और संयुक्त निदेशक कैलाश चौधरी व कृषि विभागीय टीम ने भाग लिया। ‘माटी’ के तहत चयनित कानासर के प्रगतिशील किसान हरि सिंह के खेत का कृषि विभागीय टीम द्वारा निरीक्षण किया गया। प्रगतिशील कृषक द्वारा अपनाई जा रही उन्नत कृषि, उद्यानिकी एवं पशुपालन तकनीकी की अधिकारियों द्वारा सराहना की गई।
हरि सिंह ने बताया कि ‘माटी’ में नव तकनीकों को अंगीकार करने से उसकी आय में वृद्धि हुई। अतिरिक्त निदेशक कृषि डॉ. शेखावत ने कहा किसान, कृषि स्टार्टअप्स अपनाएं और एफपीओ बनाकर उद्यमी बनें।
एसकेआरएयू के क्षेत्रीय अनुसंधान निदेशक डॉ. एस. आर. यादव ने जैविक खेती व मृदा स्वास्थ्य के बारे में बताया।
संयुक्त निदेशक चौधरी ने कहा कि पशुपालन व उद्यानिकी के बिना आय दुगुनी होना सम्भव नहीं है। कानासर में माटी परियोजना में चयनित 50 किसानों को परियोजना के उद्देश्य और अब तक की प्रगति से अवगत करवाया गया। साथ ही रबी फार्म प्लान के क्रियान्वयन के सन्दर्भ में किसानों के साथ चर्चा की गई।
संयुक्त निदेशक ने बताया गया कि उन्नत कृषि तकनीकी, उद्यानिकी एवं पशुपालन को अपनाकर किसान अपनी आय दोगुनी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिले के अन्य किसान भी प्रगतिशील किसानों से प्रेरणा लेते हुए उन्नत कृषि तकनीकी को अपना एवं अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं।
इस दौरान कृषि विभाग के सहायक निदेशक भैराराम गोदारा, सुभाष विश्नोई, रघुवर दयाल सुथार, राजूराम डोगीवाल, पशुपालन विभाग के डॉ. विकास चौपडा, नंदराम, कृषि पर्यवेक्षक कुसुम, मोनिका, रामकुमार, चन्द्र मोहन पुरोहित आदि उपस्थित रहे। सरपंच भगवानाराम ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कृषक गोष्ठी का संचालन कृषि अधिकारी मुकेश गहलोत ने किया। इस दौरान बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।