विनय एक्सप्रेस समाचार,बीकानेर। मुख्यमंत्री चिंरजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत जिले के प्रत्येक परिवार को कैशलेश इलाज के लिए पांच लाख रुपये तक की स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिले, इसके लिए जिला मुख्यालय से लेकर गांव-गांव में पंजीकरण शिविर लगाए जाएंगे। जिला कलक्टर नमित मेहता ने गुरुवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान यह जानकारी दी।
जिला कलक्टर ने कहा कि यह राज्य सरकार की अत्यंत महत्वाकांक्षी योजना है। इसके तहत जिले के 2 लाख से अधिक परिवारों का पंजीकरण 30 अप्रैल तक किया जाएगा। शिविरों के पंजीकरण की रूपरेखा निर्धारित कर ली गई है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, सामाजिक आर्थिक जनगणना के पात्र परिवार, लघु व सीमांत कृषकों एवं सविदाकर्मियों को इस योजना का निःशुल्क लाभ मिलेगा। वहीं अन्य परिवारों को 850 रुपये प्रीमियम पर पांच लाख रुपये की स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिलेगा।
नामांकन प्रक्रिया
जिला कलक्टर ने बताया कि योजना के तहत पंजीकरण के लिए जनआधार कार्ड या जनआधार संख्या की रसीद आवश्यक है। योजना के तहत पात्र व्यक्ति वेबसाइट अथवा ई-मित्र केन्द्र के माध्यम से भी पंजीकरण करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि पंजीकरण के लिए ई-मित्र द्वारा किसी प्रकार की राशि नहीं वसूली जाएगी। साथ ही निर्धारित प्रीमियम के अलावा ई मित्र केन्द्र द्वारा अतिरिक्त राशि नहीं ली जाए, इस पर पूरी नजर रखी जाएगी।
इस अवसर पर भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारी कनिष्क कटारिया, नगर निगम आयुक्त ए एच गौरी, साक्षरता एवं सतत शिक्षा विभाग के सहायक परियोजना अधिकारी राजेन्द्र जोशी तथा सहायक निदेशक (जनसंपर्क) हरि शंकर आचार्य मौजूद रहे।
प्रत्येक अधिकारी की भूमिका महत्वपूर्ण, पूर्ण जिम्मेदारी से करें कार्य
जिला कलक्टर मेहता ने इससे पहले वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ब्लाॅक स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। इससे उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी, ब्लाॅक सीएमओ सहित समस्त अधिकारी जुड़े। इस दौरान जिला कलक्टर ने कहा कि पात्र लोगों के पंजीकरण के लिए सभी अधिकारी पहले दिन से ही जुट जाएं। बीएलओ, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिन, ग्राम सेवक सहित समूची मशीनरी को मुस्तैद करें तथा यह सुुनिश्चित करें कि एक भी पात्र पंजीकरण से वंचित नहीं रहे। गांवों में होने वाले शिविरों का व्यापक प्रचार प्रसार हो। उपखण्ड अधिकारी सहित सभी ब्लाॅक स्तरीय अधिकारी प्रतिदिन कम से कम पांच-पांच शिविरों का निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि जिले में प्रतिदिन लगभग दस हजार लोगों के पंजीकरण का लक्ष्य रखा गया है। प्रत्येक ब्लाॅक इसके अनुसार कार्यवाही करे। पंजीकरण में पिछड़ने वाले क्षेत्रों के लिए संबंधित अधिकारी जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा कि संविदा कर्मियों के पंजीकरण की जिम्मेदारी संबंधित कार्यालय अध्यक्ष की होगी।
जिला कलक्टर ने कहा कि अभियान की जानकारी प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए सतत रूप से आईईसी गतिविधियां आयोजित की जाएं। प्रशासन द्वारा जिला मुख्यालय से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक प्रचार प्रसार किया जाए।
बैठक में भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु कनिष्क कटारिया, अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) बलदेवराम धोजक, अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) अरूण प्रकाश शर्मा, नगर निगम आयुक्त ए.एच. गौरी, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. सुकुमार कश्यप, नगर विकास न्यास सचिव नरेन्द्र सिंह पुरोहित तथा सूचना एवं प्रौद्योगिकी के संयुक्त निदेशक सत्येन्द्र सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।