विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. वीरेंद्र नेत्रा की अध्यक्षता में जिले में संचालित संस्थाओं के प्रभारियों की बैठक शनिवार को आयोजित हुई। सुजानदेसर क्षेत्र की घोड़ी में ग्लैंडर्स रोग की पुष्टि के बारे में बताते हुए सभी को पूर्ण सतर्कता रखने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि संस्था प्रधान अपने-अपने क्षेत्र में अश्व पालकों की सूचना शीघ्र तैयार करें। यह सूची रोग निदान केन्द्र को उपलब्ध करवाई जाए।
क्षेत्रीय रोग निदान केंद्र की उपनिदेशक सुचिस्मिता चटर्जी ने रोगी पशु के सैम्पल लेने की प्रक्रिया की जानकारी दी और इस दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में बताया।
उपनिदेशक और नोडल अधिकारी डॉ. शशिकांत शर्मा ने संस्था प्रभारियों से विभागीय मार्गदर्शिका और जिला कलक्टर के आदेशों की पालना के लिए कहा। उन्होंने कहा कि अश्व वंशीय पशुओं के सैम्पल के लिए पशुपालकों को प्रेरित करने के लिए कहा। रोगी पशु के संबंध में नजर रखने के प्रथम लिए प्रथम श्रेणी चिकित्सालय भीनासर के प्रभारी डॉ. सुभाष जैन को निर्देशित किया गया।
बैठक में डॉ. पुष्पेन्द्र रंगा और डॉ. ज्योति यादव ने रोग तथा पशु में रोग की पुष्टि होने से पूर्व दिए जाने वाले उपचार के बारे में बताया। अंत में समस्त प्रभारी अधिकारियों को रोग के संक्रमण को फैलने से बचाव के लिए सावधानी रखने हेतु निर्देशित किया गया एवं जन-मानस में यह रोग ना फैल सके इसके लिए अश्ववंशीय पशुमालिकों को भी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग से जांच करवाने के लिए प्रेरित करने हेतु कहा गया।