मेरे चिथड़े भी उड़ जाए तो कोई गम नही करना, गठड़ी बांध देना तिरंगा साथ लाया हु – कामिनी भोजक मैया

कल्याण फाउंडेशन ऑफ इंडिया ने किया बीकानेर के बहादुर पुलिस कर्मियों का सम्मान

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। सामाजिक सरोकारों की अग्रणी संस्था कल्याण फांडेशन ऑफ इंडिया ने आज बीकानेर के बहादुर पुलिस कर्मियों का सम्मान किया जिन्होंने अपनी जान पर खेलकर आगजनी से सैकड़ों जिंदगियों को बचाया जय नारायण व्यास कॉलोनी थाने के एसआई श्री राधेश्याम , हेड कांस्टेबल अशोक कुमार, हेड कांस्टेबल रोहिताश भारी का शाल,माला, श्रीफल, और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मान किया गया स्वागत उद्बोधन देते हुए कल्याण फाउंडेशन ऑफ इंडिया की निदेशक कामिनी विमल भोजक मैया ने अपनी रचना से पुलिस कर्मियों का सम्मान करते हुए कहा की
“”वतन पर जान लुटा डालू यही जज्बात लाया हु -कलेजा मौत से लड़ने का दो दो हाथ लाया हु


मेरे चिथड़े भी उड़ जाए तो कोई गम नही करना – की गठरी बांध देना में तिरंगा साथ लाया हु इन पंक्तियों को सुनकर उपस्थित लोगो ने जोरदार करतल धवनी से पुलिसकर्मियों का हौसला अफजाई की वरिष्ठ समाज सेवी सत्यदेव शर्मा और श्रीलाल सेवग ने कहा की सीमा पर वतन की रक्षा करना जितना महत्वपूर्ण है उस से ज्यादा महत्वपूर्ण है पुलिस कर्मी के रूप में आमजन की सुरक्षा करना उनकी जान बचाना

समाजसेवी आर.के.शर्मा और पुरषोत्तम सेवक ने कहा की जिस तरह रोहिताश भारी और उनके साथियों ने पहले अयप्पा मंदिर और फिर होलिका दहन वाले दिन खाओसा रेस्टोरेंट की भीषण आग में अपनी जान की बाजी लगाकर लोगो की जिंदगिया बचाई वो एक मिशाल है अभिनंदन पत्र का वाचन करते हुए जितेंद्र भोजक ने कहा की वीरो का आभूषण होता है तिरंगा और उसकी हिफाजत करने के लिए वे अपनी जान भी लगा देते है

मंचासिन अतिथि वरिष्ठ चिकित्सक त्रिलोक शर्मा, पार्षद मनोज नायक, पार्षद विनोद धवल ने कहा की बीकानेर वीरो की धरती है और जय नारायण व्यास कॉलोनी थाने के जाबांज पुलिसकर्मियों ने आज जनता में इस विश्वास को और अधिक गहरा दिया है की जब तक ऐसे रक्षक है तब तक घबराने की आवश्यकता नहीं है

बीकानेर के प्रसिद्ध कोलोनाइजर जयकिशन भारी ने आभार ज्ञापित करते हुए कहा की साहस हर किसी में होता है लेकिन परिस्थिति के अनुरूप जो अपने साहस को ताकत में बदल देता है और परिणाम सुखद कर दे तो वे इतिहास बना देते है कार्यक्रम का संचालन पार्षद नितिन वत्सस में किया इस अवसर पर ओमप्रकाश पुरोहित, के.पी.एस.पिल्लई, आनंद नैयर, सहित बड़ी संख्या में गणमान्य जन मौजूद थे