विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के पवन ने कहा कि वर्तमान तकनीकी युग में विद्यार्थी पुस्तकों से दूर हो रहे हैं। ऐसे में शिक्षकों को बच्चों को पुस्तकों से जोड़ने की दिशा में विशेष प्रयास करने होंगे।
डॉ. पवन ने मंगलवार को शिक्षा निदेशालय में आयोजित पॉकेट डिक्शनरी वितरण कार्यक्रम में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि डिक्शनरी या शब्दकोश का ज्ञान कक्षाओं की सीमा से परे है। वर्तमान में नई तकनीक, उद्योगों के मद्देनजर अंग्रेजी की आवश्यकता लगातार बढ़ रही है । राज्य सरकार प्रदेश में शिक्षा के ढांचे को सुदृढ़ बनाने की दिशा में अभूतपूर्व प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि हर बच्चे के पास खुद की डिक्शनरी हो, इस उद्देश्य के साथ पॉकेट डिक्शनरी वितरण प्रारम्भ किया गया है।
आईसीआईसीआई बैंक के सहयोग से 25000 डिक्शनरी सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को वितरित करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षक देश के भविष्य को गढ़ कर रहे हैं। ऐसे में उनकी अतिरिक्त जिम्मेदारी है कि विद्यालयों में कुशलतम मानव संसाधन तैयार हो।
इस अवसर पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल ने कहा कि शिक्षा विभाग स्कूली शिक्षा को रटने की बजाय समझने वाला बनाने की दिशा में कार्य कर रहा है। बच्चों में शिक्षा के प्रति रुचि पैदा हो, इसके लिए पाठ्यक्रम पर ध्यान दिया गया है। उन्होंने कहा कि संभागीय आयुक्त डॉ नीरज के पवन द्वारा डिक्शनरी वितरण की अभूतपूर्व पहल की गई है। इससे बड़ी संख्या में विद्यार्थी लाभन्वित होंगे। उन्होंने डिक्शनरी उपलब्ध करवाने के लिए आईसीआईसी बैंक का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में आईसीआईसी बैंक के प्रतिनिधि आशीष अग्रवाल ने कहा कि समावेशी, कुशल और प्रभावी शिक्षा की दिशा में बैंक द्वारा राज्य सरकार के साथ विभिन्न स्तरों पर सहयोग किया जा रहा है। पॉकेट डिक्शनरी वितरण इसी श्रृंखला का एक हिस्सा है।
कार्यक्रम के समन्वयक डॉ राजेंद्र जोशी ने कहा कि संभागीय आयुक्त की पहल पर जिले में कक्षा 9 से 12वीं तक के प्रत्येक विद्यार्थी को डिक्शनरी उपलब्ध करवाने का नवाचार किया गया है। जिले में 1 लाख विद्यार्थियों को डिक्शनरी वितरित की जाएंगी। माध्यमिक शिक्षा की अतिरिक्त निदेशक रचना भाटिया ने आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर जिले के विभिन्न स्कूलों से आए शिक्षक प्रतिनिधियों को सांकेतिक रूप से डिक्शनरी सौंपी गई। कार्यक्रम में अतिरिक्त संभागीय आयुक्त ए एच गौरी, वित्त नियंत्रक संजय धवन, समसा के एडीपीसी गजानंद सेवग, एडीईओ सुनील बोड़ा सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी, कर्मचारी और शिक्षक उपस्थित रहे।