ओटीएस में प्रशिक्षणार्थियों को सिखाएं संगीतमय योग एवं ध्यान के गुर : योग से मिलती है सकारात्मक ऊर्जा- योग गुरू शर्मा

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। पवनपुरी स्थित हरिषचन्द्र माथुर राजस्थान राज्य लोक प्रषासन संस्थान (ओटीएस) द्वारा आयोजित पांच दिवसीय नवनियुक्त स्टेनोग्राफर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम में बुधवार को संस्थान के अतिरिक्त निदेषक (प्रषासन) हेमंत स्वरूप माथुर एवं उपनिदेषक राजेन्द्र खत्री के निर्देषन में योग सत्र आयोजित हुआ, जिसमें योग गुरू दीपक शर्मा ने निजी सहायक ग्रेड-द्वितीय के कार्मिकों को विभिन्न यौगिक क्रियाओं, प्राणायाम एवं संगीतमय ध्यान के गुर सिखाएं। इस दौरान उन्होंने कहा कि वर्तमान भौतिकतावादी युग में मनुष्य को स्वस्थ एवं दीर्घायु जीवन जीने के लिए योग एवं प्राणायाम की नितान्त आवष्यकता है योग करने से व्यक्ति के भीतर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है परिणामस्वरूप खुषहाल एवं आंनदित जीवन जीने में सहायता मिलती है।

योग गुरू दीपक शर्मा ने प्रषिक्षाणार्थियों को सूक्ष्म व्यायाम, पॉजिटिव बॉडी लैंग्वेज, स्ट्रेस मैनेजमेन्ट के लिए अनुलोम विलोम, भ्रामरी प्राणायाम एवं संगीतमय ध्यान का अभ्यास करवाया एवं हास्यासन का अभ्यास करवाकर जीवन में सदैव खुष एवं आनंदित रहने का आहवान किया। साथ ही उन्होंने 9वें अंतररराष्ट्रीय योग दिवस, 21 जून को लेकर इस वर्ष की थीम ‘‘वसुधैव कुटुम्बकम्’’ को ध्याम में रखते हुए योग प्रोटोकॉल की भी जानकारी दी।

इस अवसर पर संस्थान के उपनिदेषक राजेन्द्र खत्री ने बताया कि ओटीएस संस्थान लगातार राज्य सरकार की योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए एवं अधिकारियों-कर्मचारियों के व्यक्तित्व विकास को लेकर समय-समय पर ऐसे सत्र आयोजित करवाता रहा है, साथ ही कहा कि योग भारत की सांस्कृतिक उपलब्धि एवं आध्यात्मिक चिंतन है प्रत्येक व्यक्ति को योग से दिन की शुरूआत करनी चाहिए ताकि इसके दिव्य प्रभावों को महसूस कर स्वास्थ्य लाभ उठा सकें।