विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। अरब सागर से उठे संभावित तूफान के दृष्टिगत संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन ने परामर्शदात्री जारी की है। उन्होंने बीकानेर और चूरु जिला कलेक्टरों को पत्र प्रेषित करते हुए इस संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि तूफान की गंभीरता की स्थिति में समस्त शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान और व्यापारिक प्रतिष्ठान यथा आवश्यकता बंद करवाए जाएं। तूफान की आकाश में छाए बादलों एवं हवा पर नजर रखें तथा तीव्र होने पर सुरक्षित स्थान पर रहे तथा घरों के अंदर रहें। तेज हवा और बिजली गर्जन के समय पेड़ों, टिन, घातू की छतों के नीचे व पास में शरण ना लें। भीड़ में खड़े होने से बचें। बड़े वृक्षों के नीचे खड़े ना रहें और ना ही यहां पशुओं को बांधे। कच्ची दीवार के पास खड़े न रहें। तूफान के दौरान खुले मैदान में होने पर नीचे लेट जाएं। घरों में बिजली के उपकरणों से संपर्क हटा दें। बिजली और दूरभाष आदि के खंभों तथा विज्ञापन बोर्ड के नीचे और पास में खड़े ना रहें और ना वाहन पार्किंग करें। टीन शेड से बने घरों को बंद रखें एवं ट्रांसफार्मर से दूर रहें। अचानक तूफान शुरू होने पर नजदीकी सुरक्षित स्थानों पर आश्रय लें। तेज बहाव में वाहन ना चलाएं। स्थानीय मीडिया द्वारा जारी सूचना, चेतावनी और निर्देशों की पालना करें। सभी विद्युत उपकरणों को बंद रखें और धातु में खुले तारों और बहते पानी के संपर्क से बचें। शहर के निचले भाग में डूब क्षेत्र के निवासियों की सुरक्षा एवं पुनर्वास हेतु उपयुक्त स्थान चिन्हित करते हुए आवश्यक व्यवस्थाएं बनाए रखी जाएं। बिजली के खंभे, डूबे हुए बिजली के तारों से दूर रहें तथा नजदीकी विद्युत अथवा पुलिस स्टेशन को सूचित करें। उन्होंने जिला कार्यालय सहित क्षेत्रवार उपयुक्त स्थानों पर कंट्रोल रूम स्थापित करने और उनकी जानकारी के प्रचारित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सामान्य स्थिति से निपटने के लिए होमगार्ड और नागरिक सुरक्षा के स्वयंसेवकों को तैनात किया जाए। उन्होंने दोनों जिलों के जिला कलेक्टरों को आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।